अपडेटेड 11 June 2021 at 11:39 IST
मैनकाइंड फार्मा ने ब्लैक फंगस से निपटने के लिए लॉन्च की ‘Posaforce 100’ दवा, DCGI ने दी मंजूरी
भारतीय दवा कंपनी मैनकाइंड फार्मा ने गुरुवार को जानकारी दी कि उसने देश में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ‘पोसाकोनाजोल गैस्ट्रो-प्रतिरोधी टैबलेट’ लॉन्च की है।
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भारतीय दवा कंपनी मैनकाइंड फार्मा (Mankind Pharma) ने गुरुवार को जानकारी दी कि उसने देश में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ‘पोसाकोनाजोल गैस्ट्रो-प्रतिरोधी टैबलेट’ (Posaconazole Gastro-resistant tablets) लॉन्च की है। मैनकाइंड की नई दवा ‘पोसाफोर्स 100’ (Posaforce 100) ब्रांड नाम के तहत लॉन्च की गई है। बता दें कि देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच, ब्लैक फंगस भी जमकर अपना कहर बरपा रहा है।
मैनकाइंड फार्मा ने ब्लैक फंगस से निपटने के लिए लॉन्च की पोसाफोर्स 100 दवा
मैनकाइंड फार्मा ने एक बयान में कहा- “चूंकि ब्लैक फंगस के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, इस संक्रमण से लड़ने के लिए प्रोडक्ट को लॉन्च किया गया है। दवा फर्म हमेशा फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री में बेस्ट क्वालिटी मानकों को हासिल करने की कोशिश के साथ सस्ती दवाएं लॉन्च करने का प्रयास करती रही है।”
गौरतलब है कि भारत में अब तक गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में ब्लैक फंगस के 12,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जो सबसे अधिक मामलों के लिए जिम्मेदार हैं। मैनकाइंड फार्मा ने बताया कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भी दवा को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा, पोसाकोनाजोल को बीमारी के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी दवा के रूप में पाया गया है। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि एम्स और आईसीएमआर ने भी म्यूकोर्मिकोसिस के प्रबंधन के लिए एक प्रभावी विकल्प के रूप में पोसाकोनाजोल के उपयोग की सिफारिश की है। नेफ्रोटॉक्सिसिटी और उत्कृष्ट सहनशीलता प्रोफ़ाइल के लिए न्यूनतम क्षमता वाली दवा को USFDA ने मंजूरी दे दी है।
ब्लैक फंगस क्या है?
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, म्यूकोर्मिकोसिस एक फंगल संक्रमण है जो मुख्य रूप से उन लोगों को प्रभावित करता है जो दवा ले रहे हैं और पर्यावरणीय रोगजनकों से लड़ने की उनकी क्षमता को कम कर देता है। ऐसे व्यक्तियों के साइनस या फेफड़े, हवा से फंगल बीजाणुओं के अंदर जाने के बाद प्रभावित हो जाते हैं और देखभाल न करने पर यह घातक हो सकता है। ब्लैक फंगस के लक्षणों में नाक में रुकावट, आंखों या गालों में सूजन और नाक में काली पपड़ी शामिल हैं।
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Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 11 June 2021 at 11:35 IST