Published 15:03 IST, November 26th 2024
मणिपुर: व्यक्ति के लापता होने के बाद इंफाल घाटी के सीमांत क्षेत्रों में तनाव
खुनौ गांव के रहने वाले लैशराम कमलबाबू सिंह सोमवार दोपहर को कांगपोकपी के लेइमाखोंग सैन्य शिविर में काम पर जाने के लिए घर से निकले थे और वह तब से लापता हैं।
मणिपुर में मेइती समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 55 वर्षीय एक व्यक्ति के 24 घंटे से अधिक समय से लापता होने के कारण कांगपोकपी की सीमा से सटे इंफाल पश्चिम जिले के कुछ हिस्सों में मंगलवार को तनाव का माहौल रहा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंफाल पश्चिम के लोइतांग खुनौ गांव के रहने वाले लैशराम कमलबाबू सिंह सोमवार दोपहर को कांगपोकपी के लेइमाखोंग सैन्य शिविर में काम पर जाने के लिए घर से निकले थे और वह तब से लापता हैं।
अधिकारियों ने बताया कि लापता सिंह का मोबाइल फोन बंद है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “पुलिस और सेना ने संयुक्त रूप से खोज अभियान शुरू कर दिया है।” लापता व्यक्ति के परिवार के अनुसार, सिंह लीमाखोंग सैन्य शिविर में छोटे-मोटे काम करता था और यह इलाका कुकी बहुल इलाके से घिरा हुआ है।
लीमाखोंग के पास रहने वाले मेइती समुदाय के लोग जातीय हिंसा की शुरुआत के बाद से ही इलाके छोड़कर भाग गए हैं। पिछले वर्ष मई से अब तक जातीय हिंसा में 250 से अधिक लोगों की मौत हुई है। पुलिस ने इस बीच बताया कि सिंह के गांव से बड़ी संख्या में लोग लीमाखोंग के रास्ते पर उसकी तलाश के लिए निकले थे लेकिन सुरक्षा बलों ने स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए कांटो सबल के पास उन्हें रोक दिया।
पुलिस के मुताबिक, रोके जाने के बाद भीड़ ने पथराव कर सड़क को अवरुद्ध कर दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “लीमाखोंग की सड़क पर बिना अनुमति के नागरिकों की आवाजाही को रोकने के लिए अवरोधक लगाये गये हैं।”
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Updated 15:03 IST, November 26th 2024