अपडेटेड 8 January 2024 at 08:12 IST
PM मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर मालदीव को लगी मिर्ची, सोशल मीडिया पर क्यों ट्रेंड करने लगा ये कैंपेन
Boycott Maldives: मालदीव का भारत में विरोध देखते हुए अब मालदीव सरकार ने बयान जारी कर सफाई दी है।
- भारत
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Boycott Maldives: सोशल मीडिया पर मालदीव बायकॉट ट्रेंड कर रहा है। इस हैशटैग को लेकर लोग मालदीव के खिलाफ अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। दरअसल हाल ही में पीएम मोदी ने लक्षद्वीप की यात्रा की। इसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं। इसको लेकर मालदीव के मंत्रियों को मिर्ची लग गई। मालदीव के नेता जाहिद रमीज ने पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा का मजाक उड़ाया तो इसका असर मालदीव के टूरिज्म और सोशल मीडिया पर भी देखने को मिला और बायकॉट मालदीव ट्रेंड करने लगा
सोशल मीडिया पर लोग निकाल रहे अपना गुस्सा
इस ट्रेंड के साथ लोग मालदीव और उसकी सरकार को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि टूरिज्म मालदीव का मुख्य आर्थिक जरिया है। इसको लेकर मालदीव ने अपनी जो सोच जाहिर की है और प्रधानमंत्री मोदी की लक्षद्वीप यात्रा का जैसा मजाक उड़ाया है, वो आदर्श बयान नहीं है। लोग मालदीव के खिलाफ सिर्फ पोस्ट ही नहीं कर रहे हैं बल्कि मालदीव ट्रिप की टिकट कैंसिल कर रहे हैं। होटलों में की गई बुकिंग को भी लोग रद्द कर रहे हैं।
आकाश चोपड़ा ने क्या कहा
सोशल मीडिया पर #BoycottMaldives ट्रेंड हो रहा है। लोग मालदीव को खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं। मशहूर क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने एक्स पर लिखा, “इंडिया आउट तो मेनिफेस्टो का हिस्सा था। मालदीव ने तो इसके लिए वोट किया। अब ये हम भारतीयों के ऊपर है कि हम बुद्धिमानी से चयन करें। मुझे पता है मेरा परिवार ऐसा करेगा, जय हिंद।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, "प्रिय भारतीयों, कृपया मालदीव के उन मंत्रियों की बात सुनें जो भारतीयों को जाने के लिए कह रहे हैं। अगर आपकी कोई मालदीव यात्रा हो तो जितनी जल्दी हो सके इसे कैंसिल करें। आप उस देश में क्यों जाना चाहते हैं जिसके लोग आपसे नफरत करते हैं? लक्षद्वीप आइए...आपका इंतजार है।"
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मालदीव सरकार ने दी सफाई
वहीं मालदीव का भारत में विरोध देखते हुए अब मालदीव सरकार ने बयान जारी कर सफाई दी है। जिसमें कहा गया है, "मालदीव सरकार विदेशी नेताओं और उच्च पदों पर बैठे व्यक्तियों के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अपमानजनक टिप्पणियों से अवगत है। ये राय उन नेताओं की व्यक्तिगत राय हैं। ऐसे विचार मालदीव सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते, इसके अलावा, सरकार के संबंधित अधिकारी ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे।"
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Published By : Arpit Mishra
पब्लिश्ड 7 January 2024 at 17:32 IST