अपडेटेड 18 October 2024 at 10:48 IST

'रिपब्लिक निष्पक्ष नेटवर्क, जो सही वही दिखाता है', राष्ट्र सर्वोपरि सम्मेलन में बोले पूर्व CM खट्टर

खट्टर ने कहा कि रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के बारे में मैं कह सकता हूं निष्पक्षता की परिकाष्ठा रखने वाला है। जो सही है वही रखना और मीडिया का अर्थ भी यही है।

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Manohar Lal Khattar in Rashtra Sarvopari Sammelan
राष्ट्र सर्वोपरि सम्मेलन में मनोहर लाल खट्टर | Image: Republic

R Bharat Summit: देश के सबसे बड़े न्यूज इवेंट रिपब्लिक भारत के 'राष्ट्र सर्वोपरि सम्मेलन' का आगाज हो चुका है। रिपब्लिक मीडिया के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ दीप जलाकर सम्मेलन की शुरुआत की। समिट में मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि वह क्यों कम समय होने के बाद भी इस समिट का हिस्सा बनें।

रिपब्लिक भारत के राष्ट्र सर्वोपरि सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मैं इस सम्मेलन को बहुत महत्वपूर्ण मानता हूं। देश का हर नागरिक... छोटा हो या बड़ा, पढ़ा-लिखा हो या अनपढ़, अमीर हो या गरीब... कोई भी क्षेत्र में काम करने वाला हो... जिस दिन नागरिकों के मन में राष्ट्र बसेगा, हम भी पीछे नहीं रहेंगे... आगे बढ़ेंगे।

'कम समय था, फिर भी समिट का हिस्सा बना'

मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मेरे पास कम समय था। मैं भी अपने मन के लालच को रोक नहीं पाया। रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क और एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने कहा कि चाहे आप पांच मिनट के लिए आए। मैंने सोचा इतना बड़ा प्लेटफॉर्म जहां देश और दुनिया के लोग इसे सुन रहे होंगे, मुझे जरूर जाना चाहिए। आज इस अवसर पर मैं आपके बीच आया हूं।

मनोहर लाल खट्टर ने की रिपब्लिक की तारीफ

केंद्रीय मंत्री ने आगे मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए रिपब्लिक मीडिया की तारीफ की। उन्होंने कहा कि कोई मीडिया नेटवर्क किसी उद्योगपति तो कोई किसी पार्टी के साथ जुड़कर चलता है। लेकिन रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के बारे में मैं कह सकता हूं निष्पक्षता की परिकाष्ठा रखने वाला है। जो सही है वही रखना और मीडिया का अर्थ भी यही है।

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विपक्ष पर भी साधा निशाना

मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि 2024 लोकसभा का चुनाव एक बहुत ही अभुूतपूर्व परिणाम लाने वाला था। पहला ये चुनाव था, जिसमें सत्ता पक्ष बहुमत से जीता है। विपक्ष कहता है कि हम भी जीते हैं। विपक्ष ने अपनी जीत की व्याख्या क्या दी। 2014 और 2019 में कांग्रेस को उतनी सीटें नहीं मिली की मान्यता प्राप्त विपक्ष भी कहला पाए। इसके लिए कम से कम 55 सीटें चाहिए। पहली बार वो 99 पर पहुंचे।

उन्होंने कहा कि 99 पहुंचने पर जैसे एक बच्चा अपने माता-पिता से कहता है कि मेरे 99 मार्क्स आए। तो माता-पिता बड़े खुश हुए। अध्यापक साथ में थे। उन्होंने बताया कि 542 में से 99 मार्क्स आए है... 100 में से नहीं। 

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 18 October 2024 at 10:48 IST