अपडेटेड May 6th 2025, 12:22 IST
CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश के लाखों छात्र-छात्राओं के लिए आज इतंजार की घड़ी खत्म हो गई। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एमपी बोर्ड के 10वीं-12वीं के रिजल्ट का ऐलान किया। परीक्षा परिणामों पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस साल के नतीजे पिछले साल से बेहतर आए हैं। इसके साथ ही एमपी बोर्ड की ओर से छात्रों के हित में एक बड़ा फैसला लिया गया है।
जान लें कि MPBSE कक्षा 10वीं की परीक्षाएं 27 फरवरी से 19 मार्च तक और कक्षा 12 की परीक्षाएं 25 फरवरी से 25 मार्च तक आयोजित की गई थीं। इस बार लगभग 16 लाख छात्र-छात्रों को एपमी बोर्ड ने परीक्षा दी थी। ऐसे में हर बार की तरह इस बार भी एमपी बोर्ड का रिजल्ट प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये घोषित किया गया।
एमपी बोर्ड 10वीं और 12वीं के टॉपरों के नामों की घोषणा करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा, 'मैं अपनी ओर से सभी बेटियों को बधाई देता हूं, सिंगरौली की प्रज्ञा जायसवाल ने 500 में से 500 अंकों के साथ 10वीं की परीक्षा में टॉप किया है। मैं इस बच्ची से जरूर मिलना चाहूंगा कि उसने ऐसा क्या किया। उसने कितना अच्छा लिखा होगा कि उसे शतप्रतिशत मिला। सतना की प्रियल द्विवेदी ने 12वीं की परीक्षा में राज्य में टॉप किया है। वह 492 अंक लाई हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे खुशी है कि इस साल का परिणाम पिछले साल से बेहतर आया है। मैं शिक्षा विभाग और मंत्री को बधाई देता हूं, जिनके नेतृत्व में परीक्षा का सफल परिणाम आया है।'
वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश बोर्ड ने छात्रों के हित में फैसला लिया है कि अगर छात्र मेन एग्जाम में फेल होते हैं, तो वह जुलाई में दोबारा परीक्षा दे सकेंगे। इस बार एमपी बोर्ड रिजल्ट में विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री नहीं दी जाएगी। जो परीक्षार्थी फेल होंगे, वह जुलाई-अगस्त में होने वाली दूसरी परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। विद्यार्थी जितने भी विषयों में फेल हुए हो, वह दूसरी परीक्षा में बैठ सकेंगे। वहीं दूसरी ओर जो विद्यार्थी पास हुए हैं उन्हें भी अपने अंक बढ़ाने के लिए और श्रेणी सुधारने के लिए दूसरी परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा।
पब्लिश्ड May 6th 2025, 12:22 IST