पब्लिश्ड 20:15 IST, February 2nd 2025
MP: छात्राओं का यौन शोषण करते थे हॉस्टल सुपरिटेंडेंट, खुफिया कैमरे से बनाता था अश्लील VIDEO
मध्य प्रदेश के बड़वानी में कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में छात्राओं के यौन शोषण और अश्लील वीडियो बनाए जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है।

Barwani Girls hostel : मध्य प्रदेश के बड़वानी में कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में छात्राओं के यौन शोषण और अश्लील वीडियो बनाए जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 3 छात्राओं ने शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि छात्रावास सुपरिटेंडेंट और एक अज्ञात ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर ने उनके साथ गलत हरकतें कीं और आपत्तिजनक वीडियो भी बनाए।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने छात्रावास अधीक्षिका के खिलाफ यौन शोषण, पॉक्सो एक्ट, एससी-एसटी एक्ट सहित कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। वहीं, अज्ञात BEO की भूमिका की जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
खरगोन में छात्राओं से जबरदस्ती पढ़वाई बाइबल
मध्य प्रदेश के खरगोन में एक शासकीय छात्रावास की सुपरिटेंडेंट पर छात्राओं को जबरन बाइबल पढ़वाने और आश्रम की सफाई सहित बाकी काम करवाने के आरोप लगे हैं। शिकायतों की जांच के बाद अधीक्षिका रीता खरते को निलंबित कर दिया गया है। छात्राओं ने आरोप लगाया कि उन्हें प्रभु यीशु की प्रार्थना करने के लिए मजबूर किया जाता था और बाकी धर्म की शिक्षा देने के लिए दुष्प्रेरित किया जाता था। अधिकारियों ने मौके से बाइबल की कॉपियां जब्त कर ली हैं और विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के भीकन गांव क्षेत्र में एक शासकीय छात्रावास की अधीक्षिका पर छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाए थे। अब उन पर एक्शन लिया गया है। उन पर बाइबिल पढ़वाने के लिये दुष्प्रेरित करने व अन्य प्रकार से प्रताड़ित करने के आरोप में निलंबन की कार्रवाई हुई है।
प्रताड़ित करने की शिकायत भी मिली
सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग प्रशांत कुमार आर्य ने बताया कि छात्राओं को अन्य धर्म की शिक्षा के लिए दुष्प्रेरित करने, आश्रम की साफ सफाई का कार्य और प्रताड़ित करने की शिकायत मिली थी। इस मामले में शासकीय अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम छिरवा की अधीक्षिका रीता खरते को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। छात्रावास अधीक्षिका के विरुद्ध शिकायत की जांच के दौरान छात्राओं एवं पैरेंट्स के कथन लिए गए थे, जिसमें शिकायत को सही पाया गया और यह कार्रवाई की गई। इस मामले में छात्रावास अधीक्षिका के विरुद्ध विभागीय जांच आरंभ की गई है और इसमें यदि कोई कानूनी बिंदु सामने आता है, तो उनके विरुद्ध पुलिस कार्रवाई भी प्रस्तावित की जाएगी।
बाइबल पढ़ने के लिए किया मजबूर
आश्रम की छात्राओं ने अधीक्षिका की कथित प्रताड़ना से परेशान होकर सोमवार को आश्रम छोड़ दिया था। ग्रामीण और अधिकारियों की समझाइश इस पर वे आश्रम में रहने के लिए तैयार हुई थी। उनका आरोप था कि छात्रावास अधीक्षक द्वारा उन्हें बाइबल पढ़ने के लिए मजबूर किया जाता है। लैट्रिन, बाथरूम की सफाई, कपड़े बर्तन धोने तथा अन्य तरीके से प्रताड़ित भी किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया था कि छात्रावास अधीक्षिका ने एक स्कूल छोड़ चुकी लड़की को उनकी निगरानी के लिए लगाया था। वह लड़की उन्हें बाइबल पढ़वाती थी। मौके पर गए अधिकारियों ने बाइबल की प्रति जब्त करने के अलावा छात्राओं की कापियों में बाइबल के मोटिवेशनल कोट्स भी लिखे हुए पाए थे। अधिकारियों के निर्देश पर छात्रावास अधीक्षिका को अवकाश पर जाने के लिए कह दिया गया था।
अपडेटेड 20:15 IST, February 2nd 2025