Updated April 19th, 2024 at 13:46 IST

गोद में चाहिए थी पोते की किलकारियां...इस चाहत में दादी बनी हैवान, गला दबा 4 दिन की पोती को मार डाला

ग्वालियर के बहोड़ापुर इलाके में रहने वाली गर्भवती महिला 23 मार्च को कमलाराजा अस्पताल में भर्ती हुई थी।

Reported by: Ankur Shrivastava
गोद में चाहिए थी पोते की किलकारियां...इस चाहत में दादी बनी हैवान, गला दबा 4 दिन की पोती को मार डाला | Image:PTI/SocialMedia
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Madhya Pradesh Horror : "मैं चाहती हूं कि आपका हाथ पकड़कर चलूं। मेरे पैर इतने कमजोर हैं की मैं आपके गले में हाथ डाल कर उडूं। अभी तो आपके आंगन में मुझे नन्‍हें-नन्‍हें पैरों से छमछम नाचना है। आपकी बांहों में मुझे झूला झूलना है... चिंता मत करना मैं आपका खर्चा नहीं बढ़ाऊंगी। मत लाकर देना मुझे पायल, मैं मां की पुरानी हुई पायल पहन लूंगी। दूसरों के छोटे हुए कपड़ों से तन ढक लूंगी। बस एक बार चांद तारों से भरे घर में अपने आसमान के नीचे जीने का मौका दे दो। मैं तो आपकी पोती हूं, आपकी लाड़ली हूं मुझे अपने घर में रहने दो। कुछ कोशिश पापा करेंगे, कुछ आप करना कुछ मैं करुंगी, फिर मैं अपने पैरों पर खड़ी हो जाऊंगी। देखना मेरे हाथों में भी मेहंदी रचेगी और डोली में बैठकर आपके प्‍यारे आंगन से हमेशा के लिये चीड़िया की तरह उड़ जाऊंगी। बस एक बार मुझे अपने प्‍यार तले जीने का मौका दे दो।"

जी हां चार दिन की मासूम बच्ची बोल नहीं सकती थी। अगर व‍ह बोल सकती तो जिस समय दादी उसे जान से मारने की कोशिश कर रही थी वह यही कहती। अफसोस उसकी दादी समझ नहीं पाई  क्‍योंकि उसे पोती नहीं पोता चाहिए था। इसलिये उसने उसकी आवाज हमेशा के लिये बंद कर दी। घटना मध्‍य प्रदेश के ग्वालियर का है। यहां दादी ने खुद अपनी हाथों से अपनी गोद को पोती का कब्र बना दिया।

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इससे अच्छा तो बेटा बे-औलाद होता...

ग्वालियर के बहोड़ापुर इलाके में रहने वाली गर्भवती महिला 23 मार्च को कमलाराजा अस्पताल में भर्ती हुई थी। उसने बेटी को जन्म दिया। बेटी जन्म से ही दिव्यांग निकली। महिला की सास को दिव्यांग बेटी होना खटक गया। 27 मार्च की रात सास नातिन को साथ लेकर सोई थी, सुबह दुधमुंही बच्ची मृत मिली। इसके बाद महिला ने अपने मायके वालों को बुला लिया। बेटी की मौत को सास सामान्य बता रही थी, लेकिन महिला शुरू से ही बोल रही थी, उसकी बेटी की हत्या की गई है।

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महिला ने बताया कि दादी को बेटे की चाह थी, एक तो बेटी पैदा हुई, फिर वह दिव्यांग थी तो पहले ही दिन से सास बार-बार कह रही थी, इससे अच्छा तो बेटा बे-औलाद होता। फिर उसने बेटी की हत्या करने का ही षड़यंत्र रच डाला।

मां नहीं करवाती पोस्टमार्टम तो दफन हो जाता हत्या का राज

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पुलिस ने बताया कि पहले तो ससुराल वाले पोस्टमार्टम नहीं कराने दे रहे थे, जब महिला अड़ गई तो पुलिस ने शव पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया और मर्ग कायम कर लिया। गुरुवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई। जिसमें मासूम बच्ची की हत्या का राज खुल गया। मासूम बच्ची का पिता भी अपनी मां के पाप को छिपाने के लिए साथ देने लगा। वह मासूम बेटी की मौत से बिलख नहीं रहा था, बल्कि मां को बचाने के लिए पोस्टमार्टम न करवाने का दबाव पुलिस पर डाल रहा था। मां अड़ गई और पोस्टमार्टम करवाया। अगर बच्ची की मां पोस्टमार्टम नहीं करवाती तो मासूम की हत्या का राज उसकी लाश के साथ ही दफन हो जाता।

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Published April 19th, 2024 at 13:03 IST

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