अपडेटेड 7 April 2025 at 14:18 IST
Damoh: 7 मरीजों की मौत मामले में फंसे लंदन वाले फर्जी डॉक्टर, दर्ज हुई FIR; CM मोहन यादव बोले- सख्त कार्रवाई करेंगे
दमोह के मिशन अस्पताल में एक व्यक्ति ने खुद को हृदय रोग विशेषज्ञ बताकर 15 लोगों का ऑपरेशन किया। इनमें से 7 मरीजों की मौत का हो गई।
- भारत
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MP Damoh News: मध्य प्रदेश के दमोह में फर्जी डॉक्टर बन लोगों का ऑपरेशन करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। 7 लोगों की मौत मामले में देर रात CMHO की शिकायत पर FIR दर्ज की जा चुकी है। वहीं, शिकायतकर्मा इस मामले में हत्या का केस दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी घटना का संज्ञान कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
आरोप है कि दमोह के मिशन अस्पताल में एक व्यक्ति ने खुद को हृदय रोग विशेषज्ञ बताकर 15 लोगों का ऑपरेशन किया। इनमें से 7 मरीजों की मौत का हो गई। आरोपी की पहचान नरेंद्र विक्रमादित्य यादव के तौर पर हुई, जिसने खुद को लंदन का प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ एनजॉन केम बताकर मरीजों का इलाज किया था। दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच ये ऑपरेशन किए गए थे।
NHRC की टीम के पहुंचने से पहले दर्ज कराई FIR
मामले के संज्ञान में आने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की टीम मामले की जांच करने पहुंची है। हालांकि उसके आने से पहले रात के अंधेरे में जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश जैन ने कोतवाली थाना पहुंचकर सर्जरी करने वाले फर्जी डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया कि मिशन अस्पताल में बीते महीने में हुई मौतों का जिम्मेदार बताए जा रहे कार्डियोलॉजिस्ट डॉ एनजॉन केम फर्जी डॉक्टर हैं। उन्होंने कलेक्टर द्वारा गठित की गई जांच कमेटी में जांच के दौरान जो तथ्य पाए उसके मुताबिक रिकार्ड में डॉ केम के दस्तावेज सही नहीं पाए गए हैं।
नियमों के अनुसार प्रैक्टिस करने के लिए उन्हें एमपी सरकार के स्वास्थ्य विभाग में रजिस्ट्रेशन कराना था लेकिन वह रजिस्टर्ड नही हैं। उनके जो दस्तावेज मिले उसमें उन्होंने आंध्र प्रदेश का रजिस्ट्रेशन लगाया, लेकिन वहां के मेडिकल बोर्ड में भी उनके रजिस्ट्रेशन संबंधी कोई दस्तावेज नहीं मिले। इसका मतलब है कि वह यहां फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे थे और इसी दौरान उन्होंने हार्ट ऑपरेशन किए। CMHO की शिकायत पर मामले में पुलिस ने BNS की धाराओं के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
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CM मोहन यादव ने क्या कहा?
दमोह मामले पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है हमारी सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। मैंने निर्देश दिए हैं कि अगर ऐसा और भी कोई हो तो स्वास्थ्य विभाग उस पर सख्त कार्रवाई करें। इस तरह की छिपी हुई बातें, सामने आती हैं तो सरकार कार्रवाई करती है। तुरंत एक्शन लिया जाता है। इसी कारण हमारी सरकार की साख बनी है।
बता दें कि दीपक तिवारी नाम के शख्स की शिकायत के बाद मामला संज्ञान में आया। इसके बाद कलेक्टर ने महीने भर पहले जांच कमेटी बनाई थी।
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परिवारवालों को ऐसे किया गया गुमराह
दमोह के भरतला गांव निवासी मंगल सिंह राजपूत, जिनकी उम्र 64 साल थी। इनको 4 फरवरी 2025 को मिशन हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। उसी दिन ऑपरेशन कर दिया। परिवार राजी नहीं था तब भी प्रेशर बनाया गया और कहा गया कि आयुष्मान कार्ड से सब हो जाएगा। ऑपरेशन के बाद मंगल सिंह की मौत हो गई। परिवार को गुमराह किया गया। फिर जब परिवारवाले सवाल-जवाब करने लगे तो फर्जी डॉक्टर हॉस्पिटल से भाग गया। परिवार मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 7 April 2025 at 14:04 IST