अपडेटेड 11 October 2025 at 16:36 IST
MP: पुलिस कांस्टेबल की इतनी हिम्मत कि DSP के साले को पीट-पीट कर मार डाला, कार में कर रहे थे पार्टी; बस इतनी सी बात पर हत्या
MP News : भोपाल की इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मारपीट से मौत की पुष्टि हुई है। पुलिस की बर्बरता का CCTV भी सामने आया है।
- भारत
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Bhopal News : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से पुलिस के क्रूर रूप का मामला सामने आया है। जिसने पुलिस विभाग की छवि पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि पिपलानी थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी इलाके में शुक्रवार को पुलिसकर्मियों ने उदित नाम के युवक को इतना पीटा की उसकी मौत हो गई। उदित भोपाल के डीएसपी का साला था।
इस मामले में पुलिस ने दो आरोपी कांस्टेबलों संतोष बामनिया और सौरभ आर्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर निलंबित कर दिया गया है, लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। AIIMS भोपाल में हुए पोस्टमार्टम से पता चला कि उदित की मौत पैंक्रियाज में रक्तस्राव (Pancreatic hemorrhage) और आधिक खून बहने के कारण हुई। रिपोर्ट में मृतक के शरीर पर लाठी से लगी चोटों के निशान भी पाए गए हैं।
10 हजार की मांगी रिश्वत
ये घटना 10 अक्तूबर, 2025 की रात करीब 1:30 बजे की है। उदित अपने दोस्तों के साथ इंद्रपुरी के एक बगीचे के पास कार में पार्टी कर रहा था। इसी दौरान गश्त पर निकले कांस्टेबल संतोष बामनिया और सौरभ आर्य वहां पहुंचे। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ गाली-गलौज की और 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी। पैसे न देने पर धमकी दी कि केस दर्ज कर लिया जाएगा।
इलाज के दौरान मौत
पुलिस के डर से उदित कार से निकलकर पास की गली में भाग गया, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा किया और लाठियों से बुरी तरह पीटा। पिटाई के बाद उदित को उल्टी और बेचैनी हुई। करीब ढाई घंटे बाद उसे एम्स भोपाल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
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CCTV फुटेज आया सामने
इस पूरी घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें सिपाही पूरी ताकत के साथ लाठी मारते हुए नजर आ रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि CCTV फुटेज और परिजनों के बयानों के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है। पुलिस अधिकरी निष्पक्ष जांच का आश्वासन दे रहे हैं। डीसीपी जोन-2 विवेक सिंह ने कहा, "यह घटना अत्यंत गंभीर है। दोनों पुलिसकर्मियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है। आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर निष्पक्ष जांच जारी है।"
उदित की मां ने रोते हुए कहा, “मेरा बेटा चला गया, अब सजा देकर क्या फायदा? घर का चिराग बुझ गया। पुलिसवालों ने जल्लादों की तरह मार डाला। हमें बताया गया कि उसकी तबीयत खराब है, लेकिन बाद में मौत की खबर मिली। पुलिस ने बच्चों से पैसे मांगे थे। जेल में डाल देते, लेकिन इतनी बेरहमी क्यों? जानवर को भी ऐसे नहीं मारते।”
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 11 October 2025 at 16:35 IST