Updated June 4th, 2023 at 14:23 IST

अस्पतालों में लाशों का अंबार, 200 शवों की अभी तक पहचान नहीं; सरकार ने जारी की फोटो और लिस्ट

Balasore Train Accident के बाद ओडिशा (Odisha) के अस्पताल में लाशों का अंबार लगा है। मरने वालों में 200 लोग ऐसे हैं, जिनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है।

Reported by: Dalchand Kumar
Train Accident (Image: ANI) | Image:self
Advertisement

2 जून की रात थी, जब बालासोर (Balasore) में तीन ट्रेनें बारी बारी से एक ही जगह पर हादसे का शिकार हो गईं। शुक्रवार रात हुई इस दुर्घटना में 288 लोगों की मौत हो गई है और 1000 से अधिक लोग घायल हैं। हादसे के बाद ओडिशा (Odisha) के अस्पताल में लाशों का अंबार लगा है। हालांकि 288 में से अभी तक सिर्फ 88 लोगों की पहचान ही हो सकी है। मरने वालों में 200 लोग ऐसे हैं, जिनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में ओडिशा सरकार (Odisha Govt) ने लोगों से अपनों की पहचान करने और दावा करने की अपील करते हुए फोटो समेत पूरी लिस्ट जारी की है।

सरकार के अनुसार, प्रदेश के अलग अलग मुर्दाघरों में अभी भी कई शवों का दावा किया जाना बाकी है। राज्य सरकार के सूत्रों के मुताबिक ट्रेन हादसे में मारे गए लोगों के करीब 200 शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। ऐसे में ओडिशा सरकार ने लोगों से अपील की है कि वो अपने परिवार के सदस्यों की पहचान करें और दावा करें। सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा,

राज्य सरकार विभिन्न राज्यों के परिजनों से शवों की पहचान करने और दावा करने की अपील कर रही है। इसका विवरण वेबसाइट (https://srcodisha.nic.in) पर दिया गया है।

यह भी पढ़ें: 'एक बार भाई का चेहरा दिख जाए...'; Balasore ट्रेन हादसे के बाद लाशों के बीच अपनों को तलाशते लोगों का दर्द

घायलों की लिस्ट भी सरकार ने साझा की

इसने पहचान की सुविधा के लिए वेबसाइटों पर मृत यात्रियों की सूची और तस्वीरें भी अपलोड की हैं। ओडिशा सरकार ने विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे यात्रियों की सूची सरकारी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। जिन वेबसाइटों पर राज्य सरकार ने डेटा अपलोड किया है, वो हैं-

  • https://srcodisha.nic.in/
  • https://www.bmc.gov.in/
  • https://www.osdma.org/

बिहार, झारखंड, बंगाल से हो सकते हैं ज्यादातर लोग

सरकार ने लोगों को सलाह भी दी है कि दो तस्वीरें साझा की गई हैं, वो काफी विचलित कर देने वाली हैं और ऐसे में वो फोटो को बच्चों को ना दिखाएं। सरकार ने कहा कि बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और अन्य पड़ोसी राज्यों के कई यात्री अक्सर इन यात्री ट्रेनों में यात्रा करते हैं, इसलिए यह उम्मीद की जाती है कि अधिकांश शव इन्हीं राज्यों के लोगों के होने की संभावना है।

यह भी पढ़ें: कवच System होता, तब भी नहीं रुकता हादसा; असलियत से मुंह छिपा रहे सवाल उठाने वाले

Advertisement

Published June 4th, 2023 at 14:22 IST

Whatsapp logo