अपडेटेड 20 December 2024 at 14:57 IST

'लंका में कूदे बजरंगबली, जय-जय बजरंगबली' कन्हैया मित्तल ने साहित्य, सुर और शक्ति संगम में बांधा समां

'लंका में कूदे बजरंगबली, जय-जय बजरंगबली, जय-जय बजरंगबली' की गूंज से 'संगम-साहित्य, सुर और शक्ति' कार्यक्रम का मंच झूम उठा।

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devotional singers kanhaiya mittal
कन्हैया मित्तल | Image: r bharat

Republic Bharat Sangam 2024 : 'लंका में कूदे बजरंगबली, जय-जय बजरंगबली, जय-जय बजरंगबली' की गूंज से 'संगम-साहित्य, सुर और शक्ति' कार्यक्रम का मंच झूम उठा। जी हां, भारत की सांस्कृतिक और कलात्मक विरासत का उत्सव मनाने के लिए रिपब्लिक भारत ने भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी की उपस्थिति में शुरू हुए इस कार्यक्रम में सुरेंद्र शर्मा की चुटीली कविताओं, स्मृति ईरानी की उपस्थिति और कन्हैया मित्तल बहुत ही बढ़िया भजनों ने समां बांध दिया।

'संगम' में मशहूर भजन गायक कन्हैया मित्तल ने जय-जय बजरंगबली के अलावा 'अयोध्या के राजा, भारत है आपका', जैसे भजन गाकर अपने सुरों से समा बांधा। इस दौरान उन्होंने राजनीति से जुड़े कुछ सवालों का भी जवाब दिया। हरियाणा चुनाव को लेकर कन्हैया मित्तल के दिए गए एक बयान पर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं किसी को जवाब देने की इच्छा नहीं है।

बयान पर जो मर्जी मतलब निकाले, फर्क नहीं पड़ता- मित्तल 

उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ इतना चाहता था कि राहुल गांधी भी अयोध्या जाकर आएं। इसके सिवा कुछ नहीं चाहता था। मेरे बयान का जो मर्जी कोई मतलब निकाले, उससे फर्क नहीं पड़ता। हम राम के थे, राम के हैं, राम के रहेंगे। जो नहीं है उसको करके रहेंगे। कन्हैया मित्तल ने कहा कि न मेरी कोई राजनीतिक इच्छा है, न कोई कामना है। विधायक-सांसद से बड़ा राम का भक्त होता है। उससे बड़ा दुनिया में कोई नहीं होता। जिसे राम की भक्ति मिल जाए उसे फिर किसी और चीज की कामना ही नहीं रहती।

उन्होंने कहा कि बह्म जी ने भी स्वयं कृष्ण से कहा कि अगर मुझे कुछ बनाना चाहते हो तो ब्रज की घास बना दो। कृष्ण ने कहा कि आप तो इतने बड़े पद पर बैठो हो। वो बोले उतना आनंद नहीं आता, जब ब्रजवासी मेरे ऊपर चलकर जाएंगे और जब मैं पिसूंगा और जो जल निकलेगा और तेरे चरणों में लगेगा उससे बड़ा पद इस दुनिया में कोई नहीं होता। तो पद की मर्यादा और पद की चाह वही करते हैं, जिनको कोई इच्छा होती है। कन्हैया मित्तल से उनके इस बयान का ' BJP में तो सनातन से जुड़े लोग हैं, कांग्रेस में जाना चाहता हूं जिससे लोग सनातन से जुड़ सके' मतलब पूछा गया।

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‘...अब तो समझ जाओ बंटोगे तो कटोगे’

इस पर उन्होंने कहा कि हमारे भारत के अंदर हिंदू भाग रहा है।  बहुत सारे सनातनी ऐसे भी हैं तो दूसरी पार्टी में भी हैं। उनको भी चाहिए कि सनातन की बात सोचकर चलें। बांग्लादेश को देखकर भी तसल्ली नहीं हो रही है। संभल को देखकर भी तसल्ली नहीं हो रही है। चलो मान लिया कि कश्मीर में पत्थर पड़ते थे, हमारे जवानों को पड़ते थे, लेकिन अब तो समझ जाओ बंटोगे तो कटोगे। अभी नहीं जुड़ोगे तो जुड़ोगे कब।

'साहित्य की शांति और अर्नब की क्रांति...'- स्मृति ईरानी 

स्मृति ईरानी ने भी रिपब्लिक भारत के साहित्य, सुर और शक्ति के संगम के मंच पर शिरकत की। इस दौरान उन्होंने रिपब्लिक को क्रांतिकारी चैनल बताया। 'संगम' में स्मृति ईरानी ने कहा कि रिपब्लिक अपने आप में एक क्रांतिकारी चैनल है। लेकिन साहित्य की शांति और अर्नब की क्रांति वो रिपब्लिक के हेडक्वार्टर में समन्वय के माध्यम से देखने को मिल रही है।

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‘अपने परिवार के साथ बैठे हैं अर्नब, जिन्होंने…’ 

उन्होंने कहा कि साहित्य के संचार का सबसे उत्तम माध्यम होता है परिवार। अर्नब गोस्वमी आज यहां एक पत्रकार या एडिटर के तौर पर नहीं बैठे हैं। बल्कि जिस परिवार ने उनमें साहित्य का संचार किया, संस्कार दिया, संस्कृति के दुर्लभ दर्शन दिए। ऐसी अपनी माता जी, परिवार के साथ आए हैं। इससे पहले रिपब्लिक के संगम में हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा, गायिका स्वाति मिश्रा, मशहूर नृत्यांगना पद्मविभूषण सोनल मानसिंह समेत कई नामचीन हस्तियों ने शिरकत कीं।

हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने किया खूब मनोरंजन 

अपने अनोखे चुटकुलों से लोगों के पेट में गुदगुदी और दिलों पर राज करने वाले हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने रिपब्लिक भारत के संगम कार्यक्रम में हिस्सा लिया और शो में मौजूद दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। कार्यक्रम में उन्होंने कई दिलचस्प कहानियां बताई।

हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने संगम कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने आज तक कभी भी गंगा में स्नान नहीं किया। क्योंकि ऋषि-मुनियों ने बता दिया कि गंगा में नहाने से पाप धुल जाते हैं, इसलिए कोई पाप धोकर जाए और फिर मैं नहाने जाऊं, सारे पाप मेरे से चिपट जाए तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? हास्य कवि ने जैसे ही ये तर्क दिया 'संगम' कार्यक्रम में मौजूद सभी दर्शक जोर-जोर से हंसने लगे।

स्वाति ने बताया 'राम आएंगे' भजन से बदली जिंदगी 

रिपब्लिक भारत के 'संगम' कार्यक्रम में 'राम आएंगे' भजन की गायिका स्वाती मिश्रा ने बताया कि इस गाने ने उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल दी। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के जरिए इस भजन को शेयर कर तारीफ की तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। 

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 20 December 2024 at 14:57 IST