अपडेटेड 3 February 2024 at 12:22 IST
लालकृष्ण आडवाणी को दिया जाएगा भारत रत्न सम्मान, PM मोदी ने दी जानकारी
लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए खुद इसकी जानकारी दी है।
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Lal Krishna Advani: देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को लेकर बड़ी खबर है। लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए खुद इसकी जानकारी दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सोशल मीडिया साइट 'X'पर लाल कृष्ण आडवाणी से मुलाकात की तस्वीरें शेयर की और लिखा- ‘मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।’ पीएम मोदी ने लिखा, ‘मैंने भी उनसे बात की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी।’
भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय: मोदी
अपनी पोस्ट में पीएम मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी के संघर्ष जीवन के बारे में लिखा, 'हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।'
मेरे लिए बहुत भावुक क्षण: PM मोदी
एक अन्य पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, 'सार्वजनिक जीवन में आडवाणी जी की दशकों लंबी सेवा को पारदर्शिता और अखंडता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता से चिह्नित किया गया है, जिसने राजनीतिक नैतिकता में एक अनुकरणीय मानक स्थापित किया है। उन्होंने राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान को आगे बढ़ाने की दिशा में अद्वितीय प्रयास किए हैं।'
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नरेंद्र मोदी ने आगे लिखा, ‘उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है। मैं इसे हमेशा अपना सौभाग्य मानूंगा कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनसे सीखने के अनगिनत अवसर मिले।’
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लाल कृष्ण आडवाणी के बारे में
लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को सिंध प्रांत (पाकिस्तान) में हुआ। वो कराची के सेंट पैट्रिक्स स्कूल में पढ़े और उनके देशभक्ति के जज्बे ने उन्हें राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
1980 में बीजेपी के गठन के बाद से ही लाल कृष्ण आडवाणी वो शख्स हैं, जो सबसे ज्यादा समय तक पार्टी में अध्यक्ष पद पर रहे। बतौर सांसद 3 दशक की लंबी पारी खेली। आडवाणी पहले गृह मंत्री रहे, बाद में अटल वाजपेयी की कैबिनट में (1999-2004) उप-प्रधानमंत्री बने।
1980 से 1990 के बीच आडवाणी ने बीजेपी को एक राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाने के लिए अपना पूरा समय दिया। परिणाम तब सामने आया, जब 1984 में महज 2 सीटें हासिल करने वाली पार्टी को लोकसभा चुनावों में 86 सीटें मिली। पार्टी की स्थिति 1992 में 121 सीटों और 1996 में 161 पर पहुंच गई। आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस सत्ता से बाहर थी और बीजेपी सबसे अधिक संख्या वाली पार्टी बनकर उभरी थी।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 3 February 2024 at 11:43 IST