अपडेटेड 11 September 2023 at 16:38 IST

Krishna Chhatti 2023: आज या कल कब मनाई जाएगी कान्हा की छठी? जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

कृष्ण पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। हाल ही श्रीकृष्ण की जन्माष्टमी मनाई गई थी जिसके बाद अब कान्हा कि छठी मनाने की तैयारी चल रही है। आइए जानते हैं कब है कृष्ण की छठी?

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Kab Manai Jayegi Krishna Chhatti
Kab Manai Jayegi Krishna Chhatti | Image: self

Kab Manai Jayegi Krishna Chhatti: भादो माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का त्योहार बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है। पुराणों के मुताबिक इसी दिन द्वापर युग में भगवान विष्णु ने कृष्ण के रूप में धरती पर अवतार लिया था, जिसे देशभर में कृष्ण जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। ये पर्व कान्हा के जन्म के 6 दिन बाद तक मनाया जाता है। छठे दिन बनवारी की छठी पूजने की परंपरा है। तो चलिए जानते हैं इस साल कृष्णा की छठी किस दिन पूजी जाएगी और पूजा की विधि और शुभ मुहूर्त क्या है?

स्टोरी में आगे ये पढ़ें....

  • क्यों मनाई जाती है कृष्ण की छठी?
  • इस बार कब है कृष्ण छठी की पूजा?
  • कृष्ण छठी की पूजा विधि क्या है?
  • छठी पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

क्यों मनाई जाती है कृष्ण की छठी?

हिंदू धर्म में बच्चे के जन्म के 6 दिन बाद षष्ठी देवी की पूजा की जाती है इसे ही छठी कहा जाता है। मान्यता है कि छठी के दिन पष्ठी देवी की पूजा से बच्चे को अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। पुराणों के मुताबिक षष्ठी देवी को बच्चों की अधिष्ठात्री देवी माना गया है और उनकी कृपा से राजा प्रियव्रत का मृत पुत्र फिर से जीवित हो गया था। इसलिए बच्चे के जन्म के बाद छठी पूजने की परंपरा है। ऐसे में जिस तरह से बाकी बच्चों की छठी मनाई जाती है ठीक उसी तरह से बाल गोपाल की छठी मनाने की भी परंपरा सदियों से चली आ रही है। 

इस बार कब है कृष्ण छठी की पूजा?

कृष्ण जन्म के 6 दिन बाद छठी की पूजा की जाती है। इस बार ये 12 सितंबर दिन मंगलवार को पड़ रही है। इस दिन भगवान कृष्ण की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है। वहीं मंदिरों में भी बड़ी ही धूम-धाम से कान्हा की छठी मनाई जाती है। तो चलिए जानते हैं बाल गोपाल की छठी पूजन की विधि क्या है और शुभ मुहूर्त?

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कृष्ण छठी की पूजा विधि क्या है?

  • कृष्ण छठी के दिन सुबह नहाधोकर घर में बने मंदिर की साफ-सफाई करें और फिर लड्डू गोपाल को एक चौकी पर स्थापित करें। 
  • इसके बाद दक्षिणावर्ती शंख से कृष्णा को पंचामृत स्नान कराएं फिर उनका अभिषेक करके उन्हें पीले रंग का कपड़ा, मुकुट, आभूषण पहनाएं और माथे पर चंदन का टीका लगाएं।
  • इसके बाद कान्हा को फूल चढ़ाएं और धूप-दीप दिखाएं। फिर माखन मिश्री का भोग लगाएं। 
  • आखिरी में बाल गोपाल की आरती करें। 

छठी पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

कृष्ण छठी के दिन आप सुबह 06:04 बजे से रात्रि 11:01 बजे तक पूजा कर सकते हैं। क्योंकि पूरे दिन सर्वार्थ सिद्ध योग रहने वाला है ऐसे में कभी भी पूजा कर सकते हैं। 

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

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Published By : Sadhna Mishra

पब्लिश्ड 11 September 2023 at 16:37 IST