अपडेटेड 23 August 2024 at 19:09 IST
'दो बार बात हुई, बोली जूनियर को खाना खिला रही हूं', अभया के माता-पिता की जुबानी उस काली रात की कहानी
कोलकाता रेप और मर्डर केस मामले में मृतका अभया के माता-पिता ने उस काली रात की कहानी बताई। उन्होंने बताया कि आखिरी बार अभया से क्या बात हुई थी।
- भारत
- 3 min read

कोलकाता में फीमेल डॉक्टर के साथ रेप करने के बाद हत्या मामले में आरोपी संजय रॉय को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। सियालदाह कोर्ट ने आरोपी को सीबीआई कस्टडी में भेजा है। वहीं फैसला सुनाने के दौरान आरोपी को फांसी देने की मांग उठने लगी। इस बीच रिपब्लिक ने पीड़ित माता-पिता से एक्सक्लूसिव बातचीत की।
मृतका के पिता ने रिपब्लिक के साथ बातचीत में कई अहम खुलासे किए। अभया के पिता ने बताया, "हमें किसी पर तो भरोसा रखना ही है, CBI अपने नाम के अनुसार कम करें। ताकि जल्दी हमें न्याय मिल सके। 8 तारीख को शाम 8:30 बजे और देर रात 11:15 बजे बेटी से फोन पर बात हुई। बेटी ने बताया कि वह अपने जूनियर को खाना खिला रही है। डॉक्टरों में अमूमन ऐसा होता है कि सीनियर अपने जूनियर को खाना खिलाते हैं।"
पिता ने डिपार्टमेंट पर जताया शक
अभया के पिता ने डिपार्टमेंट पर भी शक जताया। उन्होंने कहा, "मन में एक सवाल आता है कि 70 पेशेंट थे, किसी ने पूरी रात ये नहीं सोचा कि डॉक्टर कहां गई? क्या डिपार्टमेंट में पूरी रात किसी ने नहीं ढूंढा कि डॉक्टर कहां है? यही और संदेह पैदा कर रहा है कि कोई तो डिपार्टमेंट के लोग भी शामिल हैं।"
पुलिस पर गुमराह करने का आरोप
पीड़ित पिता ने पुलिस के ऊपर जांच से गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हम 12 बजे अस्पताल पहुंचे, तो कोई मुझे अलग ले गया तो कोई मेरी पत्नी को कोई अलग ले गया, लेकिन 3 घंटे तक सेमिनार हॉल कोई नहीं ले गया। पुलिस सिर्फ गुमराह कर रही थी। डिपार्टमेंट से कोई नहीं था वहां, सिर्फ पुलिस वाले थे। प्रिंसिपल हमें ऑफिस में बुला रहा था, खूब चिल्लम चिल्ली के बाद प्रिंसिपल आया लेकिन हमसे बात नहीं की।
Advertisement
कमिश्नर के फोन पर आया सीएम ममता का कॉल
उन्होंने कहा कि कमिश्नर के फोन पर सीएम ममता का कॉल आया और कार्यवाई करने की बात की। 6 बजकर 10 मिनट पर पोस्टमर्तम हुआ। इसके बाद अंतिम संस्कार में जल्दबाजी हुई। यहां तक कि पैसे भी किसने दिए अंतिम संस्कार के ये भी नहीं पता। पुलिस शुरू से ही गुमहर कर रही है।
हमने FIR दर्ज करने से नहीं किया मना
बता दें, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ममता सरकार की पैरवी कर रहे वकील ने भी दावा किया कि पीड़ित परिवार ने FIR दर्ज कराने से मना किया था। हालांकि, अभया के माता-पिता ने इस बात से बिल्कुल इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमने कभी भी FIR दर्ज करने से इनकार नहीं किया।
Advertisement
6 बजे लिखित शिकायत देने के बाद भी FIR 11.45 पर क्यों?
पीड़ित पिता ने बताया कि उन्होंने 6 बजे पुलिस को लिखित शिकायत दे दी थी और रात 11:45 पर FIR हुई। अब सवाल ये उठता है कि अगर 6 बजे लिखित शिकायत परिवारवालों की तरफ से दी गई, फिर 11.45 पर FIR क्यों दर्ज की गई?
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 23 August 2024 at 18:59 IST