अपडेटेड 23 August 2024 at 17:27 IST

Kolkata Case: कैसे टूटी दरवाजे की कुंडी, क्यों कोई नहीं सुन पाया डॉक्टर की चीख? जवाब ढूंढ रही CBI

सीबीआई इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रहा है कि कैसे अपराध को बिना किसी बाधा के अस्पताल के उस सभागार में अंजाम दिया गया, जिसके दरवाजे की कुंडी टूटी हुई पाई गई थी।

Follow : Google News Icon  
Kolkata Doctor Rape and Murder Case
दरवाजे की टूटी हुई कुंडी CBI की जांच के दायरे में | Image: Shutterstock

Kolkata Rape Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या मामले की जांच कर रहा केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रहा है कि कैसे अपराध को बिना किसी बाधा के अस्पताल के उस सभागार में अंजाम दिया गया, जिसके दरवाजे की कुंडी टूटी हुई पाई गई थी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सीबीआई के अधिकारी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या सभागार के बाहर कोई व्यक्ति यह सुनिश्चित करने के लिए तैनात था कि अपराध को अंजाम देने में कोई बाधा नहीं आए। उन्होंने बताया कि जांच अधिकारी इसकी पुष्टि के लिए सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं।

जांच अधिकारियों ने इस बात को लेकर भी हैरानी जताई कि जब चिकित्सक को प्रताड़ित किया जा रहा था तो सभागार के अंदर से कोई आवाज किसी को सुनाई क्यों नहीं दी। सीबीआई के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘दरवाजे की कुंडी टूटी हुई थी जिसकी वजह से दरवाजा ठीक से बंद नहीं हो रहा था। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि अपराध के दौरान क्या कोई व्यक्ति सभागार के बाहर मौजूद था।’’ अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला है कि दरवाजे की कुंडी टूटी होने की वजह से दरवाजा कुछ समय से खराब था। उन्होंने बताया कि पीड़िता आठ-नौ अगस्त की दरमियानी रात दो से तीन बजे के बीच सभागार में दाखिल हुई थी और ड्यूटी पर मौजूद एक चिकित्सक ने सभागार में उसे सोते हुए देखा था।

उन्होंने बताया, ‘‘चिकित्सकों, प्रशिक्षुओं और कनिष्ठ चिकित्सकों से पूछताछ में पता चला कि दरवाजा की कुंडी खराब होने की जानकारी सभी लोगों को थी और इस कारण चिकित्सक उस रात दरवाजा बंद नहीं कर पाई थी।’’ सीबीआई ने शुक्रवार को भी मामले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष से पूछताछ जारी रखी। इसके अलावा, एजेंसी ने गिरफ्तार संदिग्ध संजय रॉय को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सभागार में नौ अगस्त को एक महिला चिकित्सक का शव मिला था। कोलकाता पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में अगले दिन रॉय को गिरफ्तार किया था। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 13 अगस्त को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी और इसके अगले दिन केंद्रीय एजेंसी ने जांच कोलकाता पुलिस से अपने हाथों में ले ली थी।

Advertisement

(PTI की खबर में सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया गया है।)
 

Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 23 August 2024 at 17:27 IST