sb.scorecardresearch

Published 07:26 IST, September 30th 2024

खरगे का सत्तारूढ़ दल पर हमला, कहा- मोदी को सत्ता से हटाए जाने से पहले मरूंगा नहीं

एक रैली में खरगे की तबीयत खराब हो गई, लेकिन कुछ देर रुकने के बाद उन्होंने अपना भाषण जारी रखा और सत्तारूढ़ दल पर हमला करते हुए कहा कि मोदी को सत्ता से हटाने से पहले वह मरेंगे नहीं।

Follow: Google News Icon
  • share
Mallikarjun Kharge Faints
Mallikarjun Kharge Faints | Image: ANI

जम्मू-कश्मीर के जसरोटा में आयोजित एक रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की तबीयत खराब हो गई, लेकिन कुछ देर रुकने के बाद उन्होंने अपना भाषण जारी रखा और सत्तारूढ़ दल पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सत्ता से हटाने से पहले वह मरेंगे नहीं।

खरगे ने कांपती आवाज में कहा…

खरगे ने कांपती आवाज में कहा, ‘‘जब हमारी सरकार आएगी तो हम आतंकवाद को खत्म कर देंगे।’’ इसके बाद वह कुछ देर के लिए रुके, जिसके बाद मंच पर मौजूद उनके सहयोगी और अन्य लोग उनके पास आए और उन्हें कुर्सी पर बैठने में मदद की। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि चिकित्सकों की जांच के बाद उनकी सेहत में सुधार था।

रैली स्थल पर चिकित्सा सहायता मिलने के बाद खरगे ने कहा, “हम राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ेंगे। कुछ भी हो, हम इसे छोड़ने वाले नहीं हैं। मैं 83 साल का हो गया हूं, मैं इतनी जल्दी मरने वाला नहीं हूं। जब तक (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी को सत्ता से नहीं हटाएंगे तब तक मैं जिंदा ही रहूंगा। आपकी बात सुनूंगा। आपके लिए लड़ूंगा।”

इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाद में कांग्रेस अध्यक्ष से बात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे प्रियंक खरगे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष खरगे को जम्मू-कश्मीर के जसरोटा में एक जनसभा को संबोधित करते समय थोड़ी अस्वस्थता महसूस हुई।”

उन्होंने कहा, “उनकी मेडिकल टीम ने उनकी जांच की है और रक्तचाप कुछ कम होने के अलावा, उनकी हालत ठीक है। सभी की चिंता के लिए मैं बहुत आभारी हूं। उनका संकल्प और लोगों की शुभकामनाएं उन्हें मज़बूती से आगे बढ़ने में मदद कर रही हैं।”

कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “वह (खरगे) जसरोटा में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित कर रहे थे, तभी उन्हें बेचैनी महसूस हुई और चक्कर आने लगा। उनके सहयोगियों ने उन्हें कुर्सी पर बैठने में मदद की।”

खरगे विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाने के वास्ते एक रैली को संबोधित करने जसरोटा आये थे। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के उपाध्यक्ष रवींद्र शर्मा ने बताया कि खरगे को चक्कर आ रहा था और उन्हें एक कमरे में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों को जांच के लिए बुलाया गया।

बाद में खरगे की उधमपुर में होने वाली दूसरी रैली रद्द कर दी गई। जसरोटा रैली में खरगे ने कहा, “मैं बात करना चाहता था। लेकिन चक्कर आने के कारण मैं बैठ गया हूं। कृपया मुझे माफ करें। वे (भाजपा) हमें आतंकित करने की कोशिश कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “वे पाकिस्तान की बात करते हैं। हम नहीं डरते। बांग्लादेश को किसने आजाद कराया। इंदिरा गांधी ने ऐसा किया। ‘जय जवान जय किसान’ का नारा हमने दिया था। पाकिस्तान को हमने हराया। लाल बहादुर शास्त्री (की सरकार) ने उसे हराया। यह कांग्रेस है।”

इससे पहले कठुआ में मुठभेड़ में शहीद हुए जम्मू-कश्मीर के हेड कांस्टेबल को श्रद्धांजलि देते समय खरगे की आवाज धीमी पड़ने लगी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं तथा सुरक्षा कर्मचारियों ने तुरंत उन्हें सहारा दिया तथा चिकित्सकों को बुलाया। जम्मू-कश्मीर को रिमोट कंट्रोल के जरिये चलाने का भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए खरगे ने कहा, “ये लोग कभी चुनाव नहीं कराना चाहते थे। उन्होंने उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद ही चुनाव की तैयारी शुरू की।”

उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि राज्य का दर्जा बहाल करने का अधिकार होने के बावजूद वह (भाजपा) ऐसा करने में विफल रही है। भारतीय जनता पार्टी पर जम्मू-कश्मीर में खनन और शराब ठेकों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में बाहरी लोगों को हावी होने देने का आरोप लगाया।

खरगे ने आरोप लगाया, “मोदी जी जम्मू कश्मीर के युवाओं के भविष्य को लेकर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।”उन्होंने बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए कहा, “पैंतालीस वर्षों में सबसे अधिक बेरोजगारी दर मोदी जी के कार्यकाल में है।” उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर में 65 प्रतिशत सरकारी पद रिक्त हैं। नौकरियां बाहरी लोगों को दी जा रही हैं, जिससे स्थानीय युवाओं को अवसर नहीं मिल पा रहा है।”

विधानसभा चुनावों पर अपना ध्यान केंद्रित करते हुए खरगे ने कहा कि मोदी की हाल की जम्मू-कश्मीर यात्रा से पता चलता है कि प्रधानमंत्री संभावित हार को लेकर चिंतित हैं।  खरगे ने कहा, “आपने सुना होगा कि मोदीजी जब यहां आए तो उन्होंने कितने झूठ बोले। यह उनकी घबराहट को दर्शाता है, क्योंकि उन्हें स्पष्ट रूप से हार दिखाई दे रही है।” उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों को भाजपा की “धोखेबाज रणनीति” के प्रति आगाह किया तथा पार्टी पर बेरोजगारी और विकास की कमी जैसे ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, “पिछले 10 सालों में भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए वादों के अलावा कुछ नहीं किया। अब चुनाव के दौरान वे अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए बेशर्मी से अप्रासंगिक मुद्दे उठाने की कोशिश कर रहे हैं।” खरगे ने 500,000 नौकरियां पैदा करने के भाजपा के वादे की भी आलोचना की और इसे खोखला नारा बताया। उन्होंने कहा, “दस साल तक वे युवाओं को कुछ हजार नौकरियां तक नहीं दे पाए। अब वे पांच लाख नौकरियों का वादा कैसे कर सकते हैं? वे यहां युवाओं को धोखा दे रहे हैं।”

कांग्रेस प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर दोनों क्षेत्रों की आर्थिक समृद्धि के लिए “दरबार बदलने” की परंपरा को बहाल करने के महत्व को रेखांकित किया और लोगों की भलाई एवं प्रगति के लिए कांग्रेस की प्रतिबद्धता दोहराई। शर्मा ने बताया कि अपना संबोधन पूरा करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने अंतिम चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए रामनगर जाने की इच्छा जताई, जहां हजारों लोग इंतजार कर रहे थे।

जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्त ने कहा, ‘‘... लेकिन उनका हेलिकॉप्टर वहां नहीं उतर सका, इसलिए इसे जम्मू में उतारा गया और वहां से वह दिल्ली वापस आ गए।’’

ये भी पढ़ें - हिजबुल्लाह के बाद अब हूती विद्रोहियों पर इजरायल ने बरपाया कहर

(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Updated 07:26 IST, September 30th 2024