अपडेटेड May 2nd 2025, 08:13 IST
Kedarnath News: भोले बाबा के भक्तों का इंतजार आखिरकार खत्म हुआ। चारधाम यात्रा के तीसरे मुख्य धाम केदारनाथ के कपाट खोल दिए गए हैं। इस दौरान चारों ओर बाबा के जयकारों 'हर हर महादेव' और 'बम-बम भोले' की गूंज सुनने को मिली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में आज (2 मई) को केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए।
30 अप्रैल से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई है। इससे पहले अक्षय तृतीया के मौके पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए थे। वहीं, बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खोले जाएंगे।
आज (2 मई) को सुबह 7 बजे केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। हजारों की संख्या में लोग इस पावन पल के साक्षी बने। भोले बाबा के भक्तों में इस दौरान गजब का उत्साह देखने मिला। मंदिर परिसर जयकारों और ढोल-नगाड़ों की मधुर ध्वनि से गूंज उठा, जिससे वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय हो गया।
इस शुभ अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अपनी पत्नी संग केदारनाथ धाम परिसर पहुंचे। उनकी मौजूदगी में केदारनाथ के कपाट खुले।
वहीं, श्रद्धालुओं के लिए केदारनाथ धाम के कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा भी की गई, जिसकी वीडियो भी सामने आई है।
केदारनाथ मंदिर को खास मौके पर 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया। कपाट खुलने से पहले, बाबा केदार की पवित्र डोली ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर से निकली। यात्रा की शुरुआत 27 अप्रैल को शुरू हुई थी और डोली गुप्तकाशी, फाटा और गौरीकुंड होते हुए 1 मई को केदारनाथ धाम तक पहुंची।
केदारनाथ धाम यात्रा के लिए इस बार सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इसके लिए 4 महीने से तैयारी चल रही थी। पुलिस अधीक्षक (एसपी) अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने कहा कि यह यात्रा इतने बड़े पैमाने पर है कि हमारी प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुरक्षा है। सुरक्षा और प्रबंधन दोनों उद्देश्यों के लिए उचित सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
केदारनाथ यात्रा में भीड़ नियंत्रण के लिए टोकन व्यवस्था लागू की जा रही है। इस संबंध में DGP ने टोकन काउंटरों की संख्या बढ़ाने के साथ पीए सिस्टम से यात्रियों को जानकारी देने और स्क्रीन पर स्लॉट और नंबर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने ATS और पैरा मिलिट्री बल की तैनाती को भी सुव्यवस्थित करने की बात कही।
जान लें कि इस बार केदारनाथ मंदिर में मोबाइल फोन पर पाबंदी है। मंदिर परिसर में 30 मीटर के दायरे में मोबाइल के इस्तेमाल की अनुमति होगी। वहीं कोई रील या फोटो शूट करते पाए गया तो उसके मोबाइल फोन जब्त होंगे और जुर्माना भी लगेगा।
पब्लिश्ड May 2nd 2025, 08:13 IST