Published 10:03 IST, October 19th 2024
करवाचौथ से पहले मुजफ्फरनगर में लोगों ने निकाल लिए लट्ठ, बाजारों में लगा रहे चक्कर; समझिए माजरा क्या
Muzaffarnagar News: हिंदूवादी नेताओं ने आरोप लगाया कि अपनी पहचान छिपाकर मुस्लिम युवक हिंदू महिलाओं को मेहंदी लगाकर मेहंदी जिहाद फैला रहे हैं।
Mehendi Jihad Controversy: उत्तर प्रदेश में 'जिहाद' के खिलाफ राज्य सरकार से लेकर हिंदू संगठन सक्रिय हैं। तथाकथि 'मूत्र और थूक जिहाद' की घटनाओं के बाद नेमप्लेट के ऑर्डर उत्तर प्रदेश में जारी कर दिए गए। अभी करवाचौथ के पर्व से पहले तथाकथित 'मेहंदी जिहाद' का भूत निकला है, जिसके लिए हिंदू संगठन के लोगों ने लाठी-डंडे उठा लिए हैं। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बकायदा करवाचौथ से पहले कथित 'मेहंदी जिहाद' को रोकने के लिए लाठी पूजन हुआ है।
करवाचौथ से पहले मुजफ्फरनगर में हिंदू संगठन के कुछ लोगों ने मीटिंग की, जहां त्योहार के लिए लठ पूजन किया गया। उसके बाद लोग बाजारों में लट्ठ लेकर भी घूमे। उन्होंने मेहंदी लगाने वाले लोगों के आधार कार्ड चेक किए। करवाचौथ पर हिंदू महिलाओं को मेहंदी लगाने वाले मुस्लिम युवकों को संयुक्त हिंदू मोर्चा ने स्पष्ट चेतावनी दी है। इन लोगों को कहना है कि कहा कि अगर कोई मुस्लिम व्यक्ति अपनी पहचान छिपाकर करवाचौथ पर मेहंदी लगाता मिला तो इन लाठियों से सबक सिखाएंगे। एक व्यक्ति ने कहा किया कि 'पहले निवेदन, फिर आवेदन और अगर तब भी नहीं माने तो दे-दनादन होगा।'
हिंदू संगठन के लोगों ने लगाए गंभीर आरोप
'थूक-मूत्र जिहाद' के बाद अब मुस्लिम युवकों की तरफ से हिंदू महिलाओं को लगाई जाने वाली मेहंदी को 'मेहंदी जिहाद' का नाम दिया गया है। हिंदूवादी नेताओं ने आरोप लगाया कि 'हाथों में कलावा बांधकर और अन्य तरीकों से अपनी पहचान छिपाकर मुस्लिम युवकों की तरफ से हिंदू महिलाओं को मेहंदी लगाकर 'मेहंदी जिहाद' फैलाया जा रहा है, जिसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए मुजफ्फरनगर में मंत्रोच्चारण के साथ बकायदा मोटी-मोटी लाठियों की पूजा की गई।
मूत्र-थूक जिहाद जैसी घटनाओं ने विवाद बढ़ाया
उत्तर प्रदेश में इन तरह के फैसलों की पीछे कुछ ऐसी घटनाएं जिम्मेदार मानी जा सकती हैं, जिनमें कुछ मुस्लिम युवकों की तरफ से खाने पीने की चीजों में कभी थूक तो कभी पेशाब मिलाकर ग्राहकों को परोसा जाता था। पिछले कुछ दिनों में इस तरह की तमाम घटनाएं सामने आई थीं। इसके बाद ही उत्तर प्रदेश में रेहड़ी-पटरी, होटल-ढाबों में मालिकों के नाम, कर्मचारियों के बारे में जानकारी जैसी नेमप्लेट लगाने के ऑर्डर दिए गए थे। हालांकि इसको लेकर राज्य में काफी राजनीतिक विवाद भी हुआ है।
Updated 10:03 IST, October 19th 2024