अपडेटेड May 3rd 2025, 13:41 IST
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। इसी बीच कर्नाटक सरकार में आवास और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमीर अहमद खान का एक बयान सुर्खियों में आ गया है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में मंत्री जमीर खान पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की बात करते नजर आ रहे हैं। शुक्रवार (2 मई) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जमीर खान ने कहा कि पाकिस्तान शुरू से ही भारत का दुश्मन रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह अनुमति दें, तो वे आत्मघाती हमलावर बनकर पाकिस्तान जाने और युद्ध में शामिल होने को तैयार हैं। इस बयान के बाद सियासी गलियारों में पारा चढ़ने लगा है।
कर्नाटक के आवास और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री जमीर अहमद खान ने पाकिस्तान के खिलाफ बेहद आक्रामक बयान देते हुए सुर्खियां बटोरी हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कभी भारत का मित्र नहीं रहा और हमेशा से दुश्मन रहा है। एक बयान में मंत्री खान ने कहा, 'हम भारतीय हैं, हम हिंदुस्तानी हैं। पाकिस्तान का हमसे कोई रिश्ता नहीं रहा। वह हमेशा हमारा दुश्मन रहा है।' इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अपील करते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार उन्हें अनुमति दे, तो वे पाकिस्तान जाकर युद्ध में भाग लेने को तैयार हैं। खान यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें एक आत्मघाती बम दे दिया जाए, जिसे वे अपने शरीर से बांधकर पाकिस्तान जाकर हमला करेंगे। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में नई बहस को जन्म दे दिया है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पूरे देश में रोष है। इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कर्नाटक के आवास और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमीर अहमद खान ने पाकिस्तान को लेकर बेहद उग्र बयान दिया है। उन्होंने इसे निर्दोष नागरिकों के खिलाफ जघन्य और अमानवीय कृत्य करार दिया। मीडिया के सामने अपने तीखे तेवर दिखाते हुए मंत्री खान ने कहा, 'अगर जंग होगी तो मैं तैयार हूं। बतौर मंत्री मैं कह रहा हूं कि मैं पाकिस्तान के खिलाफ जंग लड़ने को तैयार हूं। मैं खुद वहां जाकर भारत की ओर से युद्ध में हिस्सा लूंगा।' खान ने आगे कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे फिदायीन (आत्मघाती) हमलावर भी बनने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, 'मैं मजाक नहीं कर रहा। देश की खातिर अगर मोदी और शाह मुझे आत्मघाती हमलावर बनाएंगे, तो अल्लाह की कसम मैं बम पहनकर पाकिस्तान जाऊंगा।'
पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी थी। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले में बचे कुछ पर्यटकों ने दावा किया कि आतंकियों ने पीड़ितों से पहले उनका धर्म पूछा, उनसे कलमा पढ़ने को कहा, और जो ऐसा नहीं कर सके, उन्हें निशाना बनाकर गोली मार दी गई। इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कर्नाटक सरकार के मंत्री जमीर अहमद खान ने हर भारतीय से एकजुट होने की अपील की है। उन्होंने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर ठोस और कड़े कदम उठाने की मांग की।
पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या के बाद देशभर में आक्रोश फैल गया। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को सीमित कर दिया है। केंद्र सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग की क्षमता में कटौती की, और पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी अल्पकालिक वीजा को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया। भारत की इन कार्रवाइयों से तिलमिलाए पाकिस्तान ने भी कड़ा जवाब देते हुए भारत के साथ सभी द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित कर दिया और भारतीय उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। इस घटनाक्रम ने दोनों देशों के बीच पहले से तनावपूर्ण रिश्तों को और अधिक गंभीर बना दिया है, और क्षेत्रीय स्थिरता को लेकर वैश्विक समुदाय में भी चिंता जताई जा रही है।
पब्लिश्ड May 3rd 2025, 13:41 IST