अपडेटेड 5 June 2025 at 12:32 IST
Bengaluru Stampede Update: बेंगलुरु में RCB की विक्ट्री परेड से पहले एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई, जबकि 30 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। अब से घटना पर कर्नाटक हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। आज, 5 जून को अदालत दोपहर 2.30 बजे मामले की सुनवाई करेगी। वहीं, भगदड़ की घटना पर कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे की प्रतिक्रिया आई है, उन्होंने माना की गलती हुई है, सही तैयारी नहीं होने की वजह से यह हादसा हो गया।
RCB की विक्ट्री परेड उस वक्त मातम में बदल गई जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर बुधवार शाम को अचानक भगदड़ मच गई। खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए भारी भीड़ उमड़ी पड़ी। कोई कार पर चढ़ गया तो कोई पेड़ पर और फिर स्थिति बेकाबू हो गई। भीड़ को तितर-बित्तर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, इसके बाद स्थिति और बेकाबू हो गई। अचानक हुई धक्का-मुक्की और घबराहट में लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे जिससे भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई।
इस मामले में अब कर्नाटक हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए हस्तक्षेप किया है। अदालत ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए आज दोपहर 2.30 बजे सुनवाई तय की है। कोर्ट यह देखना चाहता है कि आखिर इस स्तर की लापरवाही कैसे हुई और इसके लिए जिम्मेदार कौन है?
वहीं, कर्नाटक सरकार ने इस घटना पर गलती स्वीकार की है। सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने बेंगलुरु भगदड़ पर कहा, हां, गलती हुई है। बेहतर योजना और समन्वय से इसे टाला जा सकता था। एक स्टेडियम (एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम) जिसकी क्षमता 35,000 लोगों की है, लेकिन 2-3 लाख लोग सड़कों पर उमड़ पड़े। हालांकि हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की, लेकिन हम भीड़ को नियंत्रित नहीं कर पाए। सीएम ने जिम्मेदारी ली है, और हम सुधारात्मक कदम उठाएंगे।
प्रियांक खरगे ने माना की चूक हुई मगर उन्होंने बीजेपी पर इसे मुद्दा बनाकर राजनीति करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा,भाजपा को हर चीज का राजनीतिकरण करना पसंद है। हर चीज का राजनीतिकरण करने की भाजपा की मंशा ठीक नहीं है। बीजेपी कर्नाटक सरकार से इस बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
पब्लिश्ड 5 June 2025 at 12:26 IST