अपडेटेड 12 September 2023 at 11:47 IST
Hartalika Teej 2023: कब है हरतालिका तीज? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Hartalika Teej : अगर आप हरतालिका तीज पर व्रत करने वाली हैं तो यहां जान लीजिए इसकी तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि।

Hartalika Teej 2023: हिंदू धर्म में हरतालिका तीज का बहुत महत्व माना जाता है। हरतालिका तीज का व्रत हर साल भाद्रमास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है। सुहागिन महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र के लिए ये व्रत करती हैं। माना जाता है कि अगर कुंवरी लड़कियां भी ये व्रत करें तो उन्हें अच्छे वर की प्राप्ति होती है। वहीं, महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत करती हैं।
स्टोरी में आगे पढ़ें...
- हरतालिका तीज की तारीख क्या है?
- ये होगा पूजा करने का शुभ मुहूर्त
- इस तरह से करें भगवान शिव-माता पार्वती की पूजा
ऐसा माना जाता है कि हरतालिका व्रत को करने के बाद ही माता पार्वती को भगवान शिव पति के रूप में मिले थे। इसीलिए इस दिन अगर कोई विवाहिता व्रत करती है तो भगवान शिव और माता पार्वती प्रसन्न होकर उन्हें अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद देते हैं। आइए जानते हैं कि इस साल हरतालिका तीज कब पड़ रही है, साथ ही जानते हैं इस व्रत की तिथि और पूजा-विधि।
हरतालिका तीज की तिथि
जैसा कि हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन हरतालिका तीज मनाई जाती है। वहीं, इस साल पंचांग के अनुसार यह तिथि 17 सितंबर को सुबह 11 बजकर 8 मिनट पर शुरू होगी और 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदयातिथि के मुताबिक हरतालिका तीज का व्रत 18 सितंबर को रखा जाना चाहिए।
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हरतालिका तीज का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार हरतालिका तीज के दिन यानी 18 सितंबर को सुबह 6 बजकर 7 मिनट से लेकर 8 बजकर 34 मिनट तक पूजा करने का शुभ मुहूर्त है। इसके बाद सुबह 9 बजकर 11 मिनट से 10 बजकर 43 मिनट तक भी पूजा करने का अच्छा मुहूर्त है। वहीं, दोपहर 3 बजकर 19 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 51 मिनट तक भी पूजा की जा सकती है।
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पूजा विधि
- हरतालिका तीज के दिन सुहागिन महिलाएं सुबह स्नान के बाद नए वस्त्र पहनकर इस व्रत का संकल्प लेकर दिन की शुरुआत कर सकती हैं।
- इसके बाद महिलाएं हाथों में मेंहदी लगाकर, संपूर्ण सोलह श्रृंगार करें।
- हरतालिका तीज में श्रीगणेश, भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इसलिए अब मिट्टी से तीनों की प्रतिमा बनाएं।
- अब भगवान गणेश को तिलक करके दूर्वा अर्पित करें।
- इसके बाद भगवान शिव को फूल, बेलपत्र और शमीपत्र अर्पित करें और माता पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
- इसके अलावा आपको तीनों देवी-देवताओं को वस्त्र अर्पित करना है।
- इसके बाद हरितालिका तीज व्रत की कथा सुनें या पढ़ें।
- भगवान गणेशी जी की आरती करें।
- अंत में भगवान शिव और माता पार्वती की आरती उतारने के बाद भोग लगाएं।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 12 September 2023 at 11:46 IST