अपडेटेड 13 May 2025 at 11:11 IST
आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा कल से शुरू...रूट, ठहराव और सुरक्षा की सभी तैयारियां पूरी; जानिए हर एक जानकारी
उत्तराखंड की पवित्र आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा कल यानी 14 मई से शुरू हो रही है। काठगोदाम से पहला जत्था रवाना होगा, जिसमें अब तक 102 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
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उत्तराखंड की पवित्र आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा कल यानी 14 मई से शुरू हो रही है। काठगोदाम से पहला जत्था रवाना होगा, जिसमें अब तक 102 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) ने यात्रा मार्ग, ठहराव, सुरक्षा और आवागमन की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। श्रद्धालु इस धार्मिक यात्रा के दौरान नैनीताल, अल्मोड़ा, जागेश्वर, पिथौरागढ़ और धारचूला जैसे आध्यात्मिक स्थलों से होते हुए गुंजी पहुंचेंगे, जहां से आदि कैलाश और ओम पर्वत के दिव्य दर्शन किए जाएंगे।
यात्रा को लेकर कुमाऊं मण्डल विकास निगम ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली हैं, अभी तक 102 श्रधालुओं ने यात्रा के लिये रजिस्ट्रेशन किया है और यात्रा के दौरान भी बुकिंग जारी रहेगी। यात्रा दिल्ली और धारचूला से शुरु होगी। दिल्ली से आने वाले यात्रियों का स्वागत काठगोदाम के बाद भीमताल टीआरसी में होगा, जिसके बाद आदि श्रद्धालुओं और ओम पर्वत के लिये इन श्रद्धालुओं को भेजा जायेगा।
पहाड़ी खानपान को यात्रियों को परोसा जायेगा
वापसी में जागेश्वर कैंचीधाम समेत कई मंदिरों के दर्शन भी यात्री कर सकेंगे। यात्रियों को कोई दिक्कतें ना आए इसके लिये केएमवीएन ने ठहरने और आवागमन की पूरी तैयारी की है तो यात्रा के दौरान कुमाऊंनी लोक संस्कृति की झलक के साथ पहाड़ के खानपान को भी यात्रियों को परोसा जायेगा। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के आदि कैलाश आने के बाद यहां पर सुविधाओं का विस्तार हुआ है तो श्रद्धालुओं का भी रुझान ओम पर्वत और आदि कैलाश की तरफ बढा है।
साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा भी इस बार शुरू हो रही है। उसको लेकर भी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. यात्रा शेड्यूल के अनुसार पहले दिन श्रद्धालुओं का दल काठगोदाम से भीमताल, जागेश्वर होते हुए 196 किमी दूरी तय कर पिथौरागढ़, दूसरे दिन पिथौरागढ़ से 96 किमी का सफर कर धारचूला जाएगा।
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पंच कैलाशों में से एक है आदि कैलाश
पौराणिक हिंदू ग्रंथों के अनुसार आदि कैलाश पंच कैलाशों में से एक माना गया है। आदि कैलाश को भगवान शिव का घर कहा जाता है। इसीलिए इसकी यात्रा का महत्व काफी होता है। बता दें कि साल 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन किए थे। पीएम मोदी के दर्शन करने के बाद देशभर से लोगों में यात्रा को लेकर काफी उत्साह दिखाई दे रहा है।
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 13 May 2025 at 11:11 IST