अपडेटेड 20 April 2025 at 14:51 IST

J&K: रामबन में बादल फटने से तबाही, उपमुख्यमंत्री मौके पर रवाना... श्रीनगर NH बंद, कई जानवर, घर-गाड़ियां मलबे में दबे, 3 मौतें

रामबन में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं ने तबाही मचा दी। श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पूरी तरह ठप है, कई वाहन और घर मलबे में दब गए हैं।

Follow : Google News Icon  
Deputy Chief Minister Surinder Kumar Choudhary
उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी | Image: ANI

Jammu & Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के रामबन में रविवार (20 अप्रैल) सुबह बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं ने तबाही मचा दी। श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पूरी तरह ठप है, कई वाहन और घर मलबे में दब गए हैं। अब तक 3 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हालात का जायजा लेने के लिए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी खुद सड़क मार्ग से रामबन रवाना हुए हैं।

पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा बस्ती की ओर बह आया, जिसमें कई घर, वाहन और मवेशी दब गए। मौके पर अफरा-तफरी मच गई। रेस्क्यू टीमों को हालात काबू में लाने में मुश्किल हो रही है, क्योंकि पहाड़ों से लगातार मलबा गिर रहा है। उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि वे हेलिकॉप्टर की अनुपलब्धता के चलते सड़क मार्ग से रामबन जा रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हम हालात का आकलन कर पूरी जानकारी शेयर करेंगे... कई घर और बकरियां भी इस आपदा की चपेट में आई हैं।'

बादल फटने से तबाही

उधर, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वे जिला प्रशासन के सतत संपर्क में हैं और हर संभव मदद सुनिश्चित की जा रही है। रामबन के अलावा किश्तवाड़ जिले के पाथर निक्की गांव में लगातार बारिश के कारण जमीन दरक रही है। भूस्खलन की घटनाएं बढ़ने से स्थानीय लोग डरे हुए हैं। प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट होने की अपील की है।

श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे- 44 बंद

इधर, रामबन के बनिहाल सेक्टर में कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। इसकी वजह से श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे (NH-44) को यातायात के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया है। (Jammu Srinagar National Highway closed) सैकड़ों वाहन हाईवे पर फंसे हुए हैं। किश्तवाड़-पद्दर मार्ग भी भूस्खलन की वजह से बाधित हो गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि मौसम साफ होने तक यात्रा न करें।

Advertisement

पहाड़ों से आ रहा मलबा.. गाड़ियां दबी पड़ी

सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि पहाड़ों से मलबा गिर रहा है और गाड़ियां उसमें पूरी तरह दब चुकी हैं। कुछ जगहों पर होटल और मकान भी मलबे से प्रभावित हुए हैं। हालात को देखते हुए प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है।

जमीन दरक रही, स्थानीय लोग भयभीत 

किश्तवाड़ जिले की नागसेनी तहसील के पाथर निक्की गांव में भी लगातार बारिश से जमीन दरक रही है। भूस्खलन की बढ़ती घटनाओं से स्थानीय लोग भयभीत हैं। प्रशासन ने यहां भी चेतावनी जारी करते हुए लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने को कहा है। उधमपुर जिले की सतैनी पंचायत में तेज आंधी और तूफान से दर्जनों पेड़ गिर गए हैं। पंचायत के पूर्व सरपंच पर्शोत्तम गुप्ता ने बताया कि कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप है और यातायात अवरुद्ध है।

Advertisement

केंद्रीय मंत्री प्रशासन के संपर्क में, राहत कार्यों पर निगरानी

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक्ट पर पोस्ट कर लिखा कि वे प्रशासन के लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने राहत कार्यों की निगरानी करते हुए कहा कि अगर कोई जरूरत पड़ी तो वे निजी संसाधनों से भी मदद पहुंचाएंगे। जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर बतला दिया है कि पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश कितनी विनाशकारी हो सकती है। प्रशासन की ओर से राहत कार्य जारी है, लेकिन लोगों को सतर्क रहने की सख्त जरूरत है।

यह भी पढ़ें : BREAKING: जम्‍मू-कश्‍मीर में बादल फटने से कई घर जमींदोज, अबतक 3 मौतें

Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 20 April 2025 at 14:51 IST