अपडेटेड 3 January 2024 at 23:48 IST
Cm Hemant Soren के मीडिया सलाहकार पिंटू के घर से निकली ED की टीम, प्रिंटर, पेन ड्राइव और गैजेट जब्त
ED की टीम झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद के आवास से रवाना हो गई है। यह कार्रवाई सुबह से चल रही थी।
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ED Action Against Corruption: झारखंड में ईडी की कार्रवाई से हेमंत सोरेन की टेंशन दोगुनी हो गई है। सीएम हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद (ABHISHEK PRASAD) उर्फ पिंटू के घर के घर सुबह से चल रही ED की कार्रवाई खत्म हो गई है। ईडी अपने साथ पिंटू के घर से प्रिंटर, पेन ड्राइव और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट एविडेंस लेकर गई है। आज सुबह 6 बजे शुरू हुई ईडी की कार्रवाई रात साढे़ 10 बजे तक चली।
इसी मामले में साहिबगंज जिले के पूर्व डीसी रामनिवास यादव के कैंप कार्यालय से ईडी की टीम ने लगातर छापेमारी कर 8 लाख रुपये और कई जरूरी कागजात बरामद किए हैं। साथ ही साथ डीसी रामनिवास यादव से ईडी की टीम लगातार पूछताछ भी कर रही है। साहिबगंज के पूर्व डीसी से ईडी ने किन किन कड़ी को आधार बनाकर एवं किस सिलसिले में पूछताछ की है, इसमें फिलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई है। बताया जा रहा है कि अवैध खनन से जुड़े मामले में साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव से ईडी के द्वारा लगातार पूछताछ की जा रही है।
ED ने 7 बार भेजा समन
आपको बता दें, ईडी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक दो नहीं बल्कि 7 बार समन जारी किया है। लेकिन किसी भी समन पर हेमंत सोरेन ईडी के सामने जाने को तैयार नहीं है। भूमि सौदे से जुड़े मामले में एक के बाद एक नोटिस ईडी ने हेमंत सोरेन को जारी किए हैं.लेकिन हेमंत सोरेन अब तक सिर्फ ईडी के नोटिस को नजरअंदाज करते हुए आए हैं।
क्या है जमीन घोटाले का मामला?
झारखंड में कथित खनन घोटाले में ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है। ईडी द्वारा साल 2022 से राज्य में कथित अवैध खनन से अर्जित 100 करोड़ रुपये की आपराधिक आमदनी के स्रोत की जांच की जा रही है। मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच तब शुरू हुई जब ईडी ने जुलाई 2022 में राज्य में अवैध खनन के मामले में सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और उनके कथित सहयोगियों के परिसरों पर छापा मारा और टोल प्लाजा निविदाओं के संचालन में कथित अनियमितताओं और राज्य में अवैध खनन की घटनाओं की जांच के तहत झारखंड के साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा में 19 स्थानों पर छापेमारी की।
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ED के मुताबिक एजेंसी ने अपनी जांच में कई सबूत इकट्ठा किए हैं, जिसमें कई व्यक्तियों के बयान, डिजिटल सबूत और दस्तावेज शामिल हैं। एजेंसी के अनुसार इन सबूतों से पता चला है कि आरोपियों से जब्त की गई धनराशि वन क्षेत्र समेत साहिबगंज क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किए जा रहे अवैध खनन से प्राप्त की गई थी।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 3 January 2024 at 23:48 IST