अपडेटेड 4 July 2025 at 11:08 IST
झारखंड में एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की है। शुक्रवार को जांच एजेंसी अहले सुबह से योगेंद्र साव और उनके करीबियों के ठिकाने पर छापेमारी कर रही है। यह कार्रवाई अवैध रेत खनन और जबरन वसूली से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हो रही है।
ईडी ने शुक्रवार को झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ चल रही कथित अवैध रेत खनन और जबरन वसूली से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत झारखंड में कई ठिकानों पर छापेमारी की है। सुबह से ही हजारीबाग और रांची में कम से कम आठ ठिकानों पर छापेमारी की गई।
यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के अनुसार की जा रही है। कथित रूप से अवैध रेत खनन, जबरन वसूली और जमीन हड़पने जैसी आपराधिक गतिविधियों से अर्जित संपत्ति की जांच है। ईडी को संदेह है कि इन अवैध गतिविधियों से भारी मात्रा में काला धन जमा किया गया है, जिसे सफेद बनाने की कोशिश की जा रही थी। पूर्व मंत्री योगेंद्र साव पर अवैध वसूली का आरोप है।
कांग्रेस की पूर्व विधायक अंबा प्रसाद के करीबियों के ठिकानों पर भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की है। रांची, हजारीबाग और बड़कागांव में अलग-अलग लोकेशनों पर सर्च ऑपरेशन चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, यह छापेमारी आरकेटीसी ट्रांसपोर्टिंग कंपनी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत हो रही है। बता दें कि विधायक अंबा प्रसाद पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के बेटी हैं।
सुबह से ही विभिन्न ठिकानों पर ईडी की टीमें दस्तावेजों और डिजिटल उपकरणों की जांच में जुटी रहीं। मामले से जुड़े कुछ लोगों से पूछताछ की भी खबर है। ED फिलहाल जब्त दस्तावेजों और सबूतों की गहन जांच कर रही है।
पब्लिश्ड 4 July 2025 at 11:08 IST