अपडेटेड 3 February 2024 at 14:57 IST
झारखंड में खेल अभी बाकी? फ्लोर टेस्ट से पहले MLA लोबिन हेम्ब्रम ने छोड़ी JMM, चंपई सोरेन को दी धमकी
झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता और बोरियो के विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने पार्टी से बगावत कर डाली है।
- भारत
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Jharkhand News: हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की गिरफ्तारी के बाद अब झारखंड में सत्ता के कमान चंपई सोरेन (Champai Soren) के साथ में हैं। चंपई सोरेन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। हालांकि उन्हें अभी 5 फरवरी को फ्लोर पर बहुमत साबित करना है, लेकिन उसके पहले ही झारखंड में फिर से बड़ा खेल होने के संकेत दिख रहे हैं। वो इसलिए कि पार्टी में फूट पड़ चुकी है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता और बोरियो के विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने पार्टी से बगावत कर डाली है। हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद लोबिन हेम्ब्रम ने पार्टी से नाता तोड़ लिया है। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को देख लेने की धमकी तक दी है।
चंपई को क्यों CM बनाया गया: लोबिन हेम्ब्रम
बोरियो के झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने अमर-शहीद सिद्धो-कान्हू के जन्मभूमि भोगनाडीह से शपथ लेकर पार्टी से रिस्ता-नाता तोड़ने का ऐलान किया। लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि संथाल परगना से किसी भी विधायक को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया गया, उसके बजाय कोल्हान के चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री क्यों बनाया गया, जिनको गुरुजी (शिबू सोरेन) पसंद नहीं करते हैं।
लोबिन हेम्ब्रम ने गढ़वा से विधायक मिथलेश ठाकुर और पाकुड़ के विधायक आलमगीर आलम का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि झामुमो पर बाहरी नेताओं का कब्जा हो गया है। अब वो दिन भी दूर नहीं कि झामुमो बांग्लादेशी घुसपैठियों का कब्जा में आ जाएगी। अब झामुमो आदिवासियों का पार्टी नहीं रही है।
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चंपई सोरेन को देख लेंगे: लोबिन हेम्ब्रम
इसी दौरान लोबिन हेम्ब्रम ने मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को लेकर भी हमला बोला। उन्होंने आने वाले विधानसभा सत्र में चंपई सोरेन को उन्हें देख लेंगे की बात कही।
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हेम्ब्रम ने कहा कि जब झारखंड में झामुमो की सरकार बनी है, तब जल जंगल और जमीन की खुली लूट हो रही है। इस लूट की छूट में झारखंड के कई बड़े मंत्री और आईएएस ऑफिसरों का हाथ है। इसका खामयाजा सिर्फ और सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भुगतना पड़ा है।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 3 February 2024 at 14:52 IST