अपडेटेड July 8th 2024, 13:16 IST
Jharkhand Floor Test: हेमंत सोरेन अब झारखंड की सत्ता पर बने रहेंगे। सोमवार को झारखंड विधानसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फ्लोर टेस्ट पास कर लिया। सोरेन ने 45 विधायकों के समर्थन से विश्वास मत हासिल किया है, जिससे अब उनकी सरकार चलती रहेगी।
हेमंत सोरेन ने 4 जुलाई को रांची के राजभवन में झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। हेमंत सोरेन कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद करीब 5 महीने बाद 28 जून को बिरसा मुंडा जेल से रिहा हुए थे। 31 जनवरी को गिरफ्तारी से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। कथित जमीन घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित आरोपों में उन्हें जनवरी में ईडी ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद चंपई सोरेन मुख्यमंत्री बने थे। चंपई सोरेन ने इसी साल 2 फरवरी को राजभवन में झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। JMM के कार्यकारी अध्यक्ष की गिरफ्तारी के बाद CM का पद संभालने वाले चंपई सोरेन ने शपथ लेने के महज 5 महीने बाद ही हेमंत सोरेन के लिए मुख्यमंत्री पद खाली कर दिया। इस तरह हेमंत सोरेन फिर से मुख्यमंत्री बने।
राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल सदस्यों की संख्या 76 है। इस लिहाज से बहुमत हासिल करने का जो आंकड़ा बनता है, वो 39 है। अभी हेमंत सोरेन सरकार को 45 विधायकों का समर्थन हासिल हुआ है। मतलब बहुमत के आंकड़े से 6 नंबर ज्यादा मिले हैं। 76 विधायकों में से सत्तापक्ष के साथ 45 विधायक हैं, जबकि 30 बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ हैं। निर्दलीय सदस्य सरयू राय ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया है।
2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो ने कांग्रेस और लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ा था। गठबंधन ने 81 सदस्यीय सदन में 47 सीटों के साथ आरामदायक बहुमत हासिल किया था। तब हेमंत सोरेन ने झारखंड में सत्ता की कमान संभाली थी।
पब्लिश्ड July 8th 2024, 12:47 IST