अपडेटेड 16 November 2024 at 07:33 IST
झांसी अग्निकांड: दिल दहला देने वाला मंजर, 10 बच्चों की मौत; 16 लड़ रहे जिंदगी और मौत की जंग
हादसे ने अस्पताल में हड़कंप मचा दिया, जिसमें परिजन और मरीज जान बचाने के लिए अफरातफरी में भागने लगे, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
- भारत
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Jhansi Hospital Fire: उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु देखभाल इकाई (NICU) में शुक्रवार को भीषण आग लगने से 10 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 16 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। शुरुआती जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। इस हादसे ने अस्पताल में हड़कंप मचा दिया, जिसमें परिजन और मरीज जान बचाने के लिए अफरातफरी में भागने लगे, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर 37 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। हादसे के वक्त NICU में कुल 54 बच्चे भर्ती थे। झांसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने जताया शोक, मांगी 12 घंटे में रिपोर्ट
CM योगी ने लिखा कि, 'झांसी जिले के मेडिकल कॉलेज के NICU में हुई दुर्घटना में बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है. जिलाधिकारी और संबंधित अधिकारियों को युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य करने का निर्देश दिया गया है. मैं प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को शांति और घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें।' मुख्यमंत्री ने मंडलायुक्त और पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) से 12 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
अचानक कैसे हुआ हादसा ?
नवजात शिशु देखभाल इकाई (NICU) के एक हिस्से में अचानक शार्ट सर्किट हुआ जिससे आग लग गई। इसी भीषण आग में झुलसने से 10 नवजात शिशुओं की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना रात करीब साढ़े दस बजे की बताई जा रही है। चाइल्ड वॉर्ड की खिड़की तोड़कर रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है। बचाव अभियान में अभी तक 35 से ज्यादा बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, लेकिन इस हादसे में 16 नवजात शिशुओं की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक झांसी के चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट का कहना है कि NICU वॉर्ड में 54 बच्चे भर्ती थे। ऐसे में अचानक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लग लई। कमरे के हाईली ऑक्सीजिनेटेड होने की वजह से आग पूरी तरह से फैल गई। तमाम कोशिशों के बाद अधिकतर बच्चों को बाहर निकाला गया लेकिन 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई।
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ब्रजेश पाठक का भी आया बयान
सीएम योगी के निर्देश पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज पहुंचे। इस घटना पर उन्होंने कहा कि 'नवजात शिशुओं की मौत बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर हम नवजात शिशुओं के शवों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं... पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर होगी जो स्वास्थ्य विभाग करेगा, दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा, अग्निशमन विभाग की टीम भी इसमें शामिल होगी, तीसरा, मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश भी दिए गए हैं। आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी। अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सरकार बच्चों के परिजनों के साथ है।
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 16 November 2024 at 07:03 IST