अपडेटेड 30 September 2024 at 23:58 IST

जम्मू-कश्मीर के नए DGP चुने गए नलिन प्रभात, आज रिटायर हुए RR स्वैन की लेंगे जगह

नलिन प्रभात को जम्मू-कश्मीर का नया डीजीपी चुना गया है। आज रिटायर हुए RR स्वैन की जगह लेंगे।

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जम्मू-कश्मीर के नए DGP चुने गए नलिन प्रभात
जम्मू-कश्मीर के नए DGP चुने गए नलिन प्रभात | Image: Republic

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन आज रिटायर हो  गए। ऐसे में अब जम्मू-कश्मीर का डीजीपी नलिन प्रभात को नियुक्त किया गया है। प्रभात एसएसजी के डीजीपी थे। स्वैन 1991 बैच के IPS अधिकारी है। उन्होंने 1 नवंबर 2023 को ज्म्मू-कश्मीर पुलिस की बतौर कार्यकारी डीजीपी कमान संभाली थी। इसके बाद वो 7 अगस्त 2024 को स्थायी डीजीपी बने थे।

चर्चा है कि नए डीजीपी नलिन प्रभात को जम्मू-कश्मीर की कमान इसलिए दी गई है, ताकि वो आतंकवाद के खिलाफ सख्ती से एक्शन ले सकें। करीब 3-4 सालों में वो सेवानिवृत्त होंगे। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में तीसरे चरण की वोटिंग अब नलिन प्रभात की निगरानी में होगी।

सेवानिवृत्ति से पहले स्वैन ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एवं 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी रश्मि रंजन स्वैन ने सोमवार को प्रताप पार्क स्थित शहीद स्मारक जाकर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सुरक्षा बलों के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्होंने कहा, "एक पुलिस अधिकारी के लिए शहीद स्मारक उपासना का स्थान होता है, खासकर तब जब कोई अधिकारी जम्मू कश्मीर में सेवा करता है, जहां सैकड़ों लोग शहीद हुए हैं। मुझे लगता है कि मैं भी उन लोगों में से एक हो सकता था, जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया।"

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अपने 30 साल के करियर को लेकर क्या बोले स्वैन?

उन्होंने इस क्षेत्र में अपने 30 साल के करियर को लेकर कहा कि उनके कई सहयोगियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया। स्वैन ने कहा कि यह बलिदान स्तंभ उनके खून और पसीने की बदौलत ही बना है। उन्होंने जम्मू कश्मीर के लोगों की सेवा करने का अवसर मिलने पर आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा, "सरकार ने मुझे जम्मू कश्मीर के लोगों की सेवा करने का अवसर दिया। यह अवसर सभी को नहीं मिलता। मैं सरकार और अपने सहयोगियों तथा अन्य सुरक्षा सहयोगियों का आभारी हूं।" अपने कार्यकाल को याद करते हुए स्वैन ने कहा कि यह एक बहुत ही घटनापूर्ण चरण था, जिसमें उन्होंने स्थायी शांति लाने में योगदान देने का प्रयास किया।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 30 September 2024 at 23:58 IST