sb.scorecardresearch

Published 17:12 IST, October 19th 2024

जम्मू-कश्मीर के पुंछ से दो वांटेड आतंकी गिरफ्तार, कई ग्रेनेड हमलों को दिया था अंजाम

आतंकवादियों ने खुलासा किया कि उन्हें पिस्तौल चलाने का प्रशिक्षण दिया गया और जंगल में उन्होंने कुछ गोलियां चला कर निशाना लगाने का अभ्यास भी किया।

Follow: Google News Icon
  • share
2 Terrorists Linked to JKGF Arrested in Poonch; Grenades, Pistols Recovered
जम्मू-कश्मीर के पुंछ से दो वांटेड आतंकी गिरफ्तार, कई ग्रेनेड हमलों को दिया था अंजाम | Image: Republic

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को दावा किया कि उसने पुंछ में हथगोले से किए गए हमलों के कई मामलों को सुलझाते हुए जिले से जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स (JKGF) के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। जम्मू संभाग के अपर पुलिस महानिदेशक (ADGP) आनंद जैन ने बताया कि हरि गांव से अब्दुल अजीज और मनवर हुसैन की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। एडीजीपी ने पुंछ में संवाददाताओं से कहा कि शुक्रवार को पुलिस ने 37 राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान चलाया और अजीज को पकड़ लिया।


गिरफ्तार किए गए आतंकियों के पास से दो हथगोले मिले। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान एक और हथगोला उसके घर से मिला। उसके साथी हुसैन को भी पिस्तौल, एक मैगजीन और नौ कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया। जैन ने बताया, 'दोनों बृहद साजिश का हिस्सा था और मंदिर, गुरुद्वारा, सेना के शिविर और अस्पताल सहित विभिन्न स्थानों पर हथगोलों से हमला कर पुंछ जिले में भय का माहौल पैदा करना चाहते थे और सद्भावना बिगाड़ना चाहते थे।


दोनों आतंकियों के पाकिस्तान से संबंध

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार दोनों आतंकवादियों का सीमा पार से संबंध है और पिछले साल नवंबर से अबतक जिले में हुए सभी पांच ग्रेनेड हमलों के मामले को अब सुलझा लिया गया है। जैन ने बताया, 'जेकेजीएफ के मॉड्यूल का भंडाफोड़ सभी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बहुत बड़ी सफलता है।' उन्होंने बताया कि गिरफ्तार दोनों आतंकवादियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान आतंकवादियों ने बताया कि सीमा पार बैठे उनके आकाओं ने उन्हें हथियारों और गोला बारूद की चार खेप मुहैया कराई थी और 1.50 लाख रुपये की नकदी दी थी।


ट्रेनिंग लेकर आए थे आतंकी

आतंकवादियों ने खुलासा किया कि उन्हें पिस्तौल चलाने का प्रशिक्षण दिया गया और जंगल में उन्होंने कुछ गोलियां चला कर निशाना लगाने का अभ्यास भी किया। पुलिस के मुताबिक अजीज पिछले साल 15 नवंबर को सुरनकोट के शिव मंदिर पर, इस साल 26 मार्च को पुंछ जिले के गुरुद्वारा महंत साहिब पर, जून में पुंछ जिले में ही कमसर स्थित सेना की संतरी चौकी पर और 14 अगस्त को सीआरपीएफ की संतरी चौकी के पास स्कूल मैदान में ग्रेनेड से हमले में संलिप्त था। पुलिस ने बताया कि हुसैन ने 18 जुलाई को जिला अस्पताल के कर्मियों के घरों के पास ग्रेनेड हमला किया था।


लोगों में दहशत फैलाना था इन आतंकियों का काम

पुलिस ने बताया कि दोनों आतंकवादियों ने सुरनकोट के विभिन्न स्थानों पर राष्ट्र विरोधी पोस्टर भी चस्पा किए थे जिनमें हरी, धुंडक, सनाई, ईदगाह-हरि और अन्य आस-पास के इलाके शामिल हैं। उसने बताया कि ये पोस्टर हुसैन के घर पर छपे थे और पिछले साल अगस्त में उनके आकाओं के निर्देश पर लोगों में डर पैदा करने के लिए चस्पा किए गए। पुलिस ने बताया कि 12 सितंबर को इस मॉड्यूल के एक अन्य सदस्य, दरियाला निवासी मोहम्मद शब्बीर को भारी मात्रा में विस्फोटकों के साथ गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के मुताबिक अजीज ने उसे विस्फोटक मुहैया कराए थे।

यह भी पढ़ेंः वाराणसी दौरे से पहले सुर्खियों में PM मोदी का 10 हाथ वाला पोस्टर

Updated 17:12 IST, October 19th 2024