अपडेटेड 8 June 2025 at 08:04 IST
Manipur violence: मणिपुर में एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। राष्ट्रपति शासन के बीच बढ़ती हिंसा और विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए प्रशासन ने कई कड़े कदम उठाए हैं। कई जिलों में इंटरनेट सेवा को अगले 5 दिनों के बंद कर दिया गया है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला मजिस्ट्रेटों ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है। वहीं, प्रशासन लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
अरामबाई तेंगगोल नामक मैतैई समुदाय के नेता की गिरफ्तारी के बाद मणिपुर में एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। राज्य में पिछले कुछ महीनों से लागू राष्ट्रपति शासन के चलते हालात शांत बने हुए थे, लेकिन हाल के दिनों में विरोध-प्रदर्शन और हिंसक घटनाओं में तेजी के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। कई जिलों में कर्फ्यू के साथ-साथ इंटरनेट सेवा पर बैन लगा दिया गया है।
मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर, मणिपुर के इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में 7 जून की रात 11.45 बजे से 5 दिनों के लिए वीसैट और वीपीएन सहित इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।
इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों के जिला मजिस्ट्रेटों द्वारा कर्फ्यू जारी की गई है। नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे आदेशों का पालन करें। इन जिलों में चार या अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बिष्णुपुर में पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया गया है।
प्रशासन के अनुसार, यह कदम अरामबाई तेंगगोल संगठन के एक प्रमुख नेता की गिरफ्तारी के बाद एहतियातन उठाया गया है। आशंका है कि गिरफ्तारी के बाद स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो सकती थी, जिसे देखते हुए इन जिलों में पाबंदियां लगाई गई हैं। फिलहाल सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है और संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है।
पब्लिश्ड 8 June 2025 at 08:04 IST