अपडेटेड 26 February 2023 at 08:31 IST

Balakot Air Strike: आतंकियों पर कहर बन टूटे थे IAF के जेट; इतिहास के पन्नों पर ऐसे दर्ज हुआ आज का दिन

2016 की तरह 2019 में भी भारतीय सेना के जवानों पर बड़ा आतंकी हमला हुआ था। पुलवामा में हुए इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। जानें आज के दिन का इतिहास

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26th Feb History: सशस्त्र क्रांति के हिमायती और अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की आज पुण्यतिथि है स्वतंत्रता नायक सावरकर का जन्म भागुर, नासिक में हुआ था। आजादी के लिए हथियार उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। यह दावा करने वाले सावरकर नासिक के भूषण हैं। आजीवन कारावास को मुस्कान के साथ स्वीकार करने वाले सावरकर स्वतंत्रता सेनानियों के प्रेरणास्रोत थे। भागुर में सावरकर का स्मारक है। 

मातृभूमि की पुकार को थामने वाले स्वतंत्रता नायक सावरकर के इतिहास में 'ने मजसी ने पत्र मातृभूमि सागर प्राण तलमल्ला' एक स्वर्णिम पृष्ठ है। विनायक दामोदर सावरकर एक कट्टर हिन्दू थे। उन्हें प्रसिद्ध मराठी लेखक और पत्रकार प्रह्लाद केशव अत्रे ने 'स्वातंत्र्यवीर' की उपाधि दी थी। लंदन में कानून की पढ़ाई के दौरान सावरकर ने इटली के बुद्धिजीवी जोसेफ मैजिनी की आत्मकथा का मराठी में अनुवाद किया। अनुवाद की सावरकर की प्रस्तावना भारतीयों के लिए सशस्त्र क्रांति का दर्शन बन गई। उस समय के कई क्रांतिकारियों ने इस प्रस्तावना को अपने पाठ के रूप में लिया था। 

स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के कारण सावरकर से उनकी बैरिस्टर की डिग्री छीन ली गई थी। सावरकर ने भाषा शुद्धि के लिए महान कार्य किया। उन्होंने मराठी भाषा को तारीख, मेयर जैसे 45 मराठी शब्द दिए। विनायक दामोदर सावरकर ने 83 वर्ष की आयु में 1 फरवरी 1966 से अन्न, औषधि और जल का त्याग कर दिया। धीरे-धीरे उनका स्वास्थ्य बिगड़ता गया और 26 फरवरी, 1966 को उन्होंने अंतिम सांस ली।

1887 : भारत की पहली महिला डॉक्टर आनंदीबाई गोपालराव जोशी की पुण्यतिथि

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आनंदीबाई जोशी भारत की पहली महिला डॉक्टर थीं। 21 साल की उम्र में उन्हें क्षय रोग हो गया। 26 फरवरी, 1887 को बीमारी से जूझते हुए आनंदीबाई का निधन हो गया। उन्होंने यूएसए से मेडिकल की डिग्री हासिल की। उन्हें न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में सराहा गया। यमुना आनंदीबाई का पहला नाम है।

1994 : पहलवान बजरंग पुनिया का जन्मदिन (Bajrang Punia)

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बजरंग पुनिया पेशे से पहलवान हैं जिन्होंने कुश्ती के क्षेत्र में भारत का नाम कमाया है। बजरंग पुनिया ने टोक्यो ओलंपिक में कुश्ती में कांस्य पदक जीता है। उन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से यह मुकाम हासिल किया है। बजरंग पूनिया ने अब तक कई चैंपियनशिप मैच जीते हैं। इसके अलावा उन्होंने एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता है। बजरंग पुनिया ने बुढापेस्ट में 2013 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 60 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता। इसके बाद 2014 में बजरंग पुनिया ने नेशनल बोर्ड गेम्स में 61 किग्रा भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर भारत में इतिहास रच दिया। बाद में, 2017 में, उन्होंने दक्षिण कोरिया में आयोजित एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता। 2017 में, उन्होंने दिल्ली में आयोजित एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई।

2019: बालाकोट एयर स्ट्राइक (Balakot Air Strike)

2016 की तरह 2019 में भी भारतीय सेना के जवानों पर बड़ा आतंकी हमला हुआ था। पुलवामा में हुए इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले के बाद लोग एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक जैसे जवाबी हमले की मांग कर रहे थे। इसमें 26 फरवरी 2019 की सुबह भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पीओके में घुसकर बमबारी की. 

बालाकोट में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। पाकिस्तान को इस हमले की कोई खबर नहीं मिली। कहा गया कि इस हमले में कई आतंकी मारे गए। इसके बाद पाकिस्तानी लड़ाकू विमान भी भारतीय क्षेत्र में घुस आए, जिन्हें भारतीय वायुसेना ने खदेड़ दिया। हालांकि इसी बीच भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और वह पाकिस्तानी सीमा में चले गए। कुछ दिन कैद में रखने के बाद उसे छोड़ दिया गया।

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Published By : Priya Gandhi

पब्लिश्ड 26 February 2023 at 08:31 IST