अपडेटेड 26 January 2025 at 18:18 IST
लाहौर तक गई 'भारत माता की जय' नारे की गूंज! वाघा-अटारी बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट में सीमा प्रहरियों ने PAK रेंजरों को ललकारा
भारत और पाकिस्तान के बीच वाघा-अटारी बॉर्डर पर ऐसे तो हर रोज बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन होता है, लेकिन 26 जनवरी का दिन विशेष होता है।
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Beating Retreat Ceremony: भारत ने रविवार को 76वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस अवसर पर कर्तव्य पथ पर आयोजित समारोह में देश की सैन्य शक्ति, कला, संस्कृति, विविधिता और सरकारी योजनाओं की सफलता की झलक देखने को मिली। कर्तव्य पथ पर दुनिया ने नए भारत का दम देखा। 76वें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति ने परेड की सलामी ली। जिसमें विकास, विरासत और संस्कृति के साथ नए भारत की झलक दिखी।
भारतीय सेना के ताकतवर टैंक और सैन्य वाहन गणतंत्र दिवस परेड में आकर्षण का केंद्र रहे। परेड में इंडोनेशिया सेना की टुकड़ी भी शामिल हुई। इस बार गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो समारोह के मुख्य अतिथि थे। वह भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले इंडोनेशिया के चौथे राष्ट्रपति बने। इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।
वाघा-अटारी बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट
भारत और पाकिस्तान के बीच वाघा-अटारी बॉर्डर पर ऐसे तो हर रोज बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी (Beating Retreat Ceremony) का आयोजन होता है। लेकिन 26 जनवरी का दिन विशेष है। इस सेरेमनी में भारत की तरफ से सीमा सुरक्षा बल (BSP) के जवान और पाकिस्तान की तरफ से PAK रेंजर्स के जवान शामिल होते हैं। दोनों ही देशों में अपने-अपने जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक भाग लेते हैं। जोश से भरे भारतीयों ने जब जवानों की सलामी देखी तो 'भारत माता की जय' का उदघोष लौहार तक सुनाई दिया होगा।
बीटिंग रिट्रीट में सलामी देकर अपना राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा उतारा जाता है, BSP के जवान अपने सिर से ऊपर तक पैर लेजाकर सलामी देते हैं। सूर्यास्त से पहले तिरंगे को सलामी देकर उतारा जाता है। BSF के जवान पाक रेंजरों को ललकारते हैं। वाघा-अटारी बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन 1959 से होता आ रहा है।
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कर्तव्य पथ पर 31 झांकियां
कर्तव्य पथ पर 31 झांकियों ने भारतीय विविधता की दिखाई झलक। महाकुंभ के थीम पर बनी यूपी की झांकी ने लोगों का मन मोह लिया। झांकी में समुद्र मंथन और कलश से निकलते अमृत को दिखाया गया था। अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां, केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और संगठनों की 15 झांकियां निकाली गईं।
ब्रह्मोस, पिनाका और आकाश हथियार प्रणालियों जैसे कुछ अत्याधुनिक रक्षा साजो सामान का प्रदर्शन करके अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया। टी-90 भीष्म टैंक सारथ (पैदल सेना ले जाने वाला वाहन बीएमपी-दो), शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम 10 मीटर, नाग मिसाइल सिस्टम, मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम अग्निबाण और बजरंग (लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल) भी परेड का हिस्सा थे।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 26 January 2025 at 18:18 IST