अपडेटेड 16 April 2023 at 12:14 IST
महीने के किन 2 दिनों में तुलसी को न चढ़ाएं जल? मां लक्ष्मी हो जाती हैं नाराज!
ऐसी भी मान्यता है कि कुछ दिन ऐसे होते हैं जब तुलसी को सींचने से आपके जीवन में दुर्भाग्य आता है, इसलिए इन दिनों तुलसी को सींचना नहीं चाहिए। आइए जानते हैं कौन से हैं वो दिन।
- भारत
- 2 min read

सनातन धर्म (Sanatan Dharma) में पेड़-पौधों को भी भगवान का दर्जा प्राप्त है। हमारे देश में लगभग हर गज में एक पौधा होता है, जिसे लोग रोज जल चढ़ाकर पूजते हैं। तुलसी एक ऐसा पौधा है जिसमें लक्ष्मी का वास माना जाता है। हर घर में तुलसी का पौधा रखना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस पौधे को प्रतिदिन सूर्योदय के समय पानी देने से सकारात्मकता आती है और जीवन सुखमय हो जाता है।
हालांकि, ऐसी भी मान्यता है कि कुछ दिन ऐसे होते हैं जब तुलसी को सींचने से आपके जीवन में दुर्भाग्य आता है, इसलिए इन दिनों तुलसी को सींचना नहीं चाहिए। आइए जानते हैं कौन से हैं वो दिन।
रविवार के दिन Tulsi को जल नहीं चढ़ाया जाता
धार्मिक मान्यता के अनुसार तुलसी के पौधे को शुभता का प्रतीक माना जाता है। कहा जाता है कि जीवन में सुख-समृद्धि, सकारात्मकता और खुशहाली लाने के लिए प्रतिदिन तुलसी के पौधे पर जल चढ़ाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। लेकिन रविवार के दिन तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। मान्यता है कि भगवान विष्णु मां तुलसी को अत्यंत प्रिय हैं। मां तुलसी रविवार को भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और ऐसा माना जाता है कि जल चढ़ाने से उनका व्रत भंग हो जाता है, इसलिए रविवार को तुलसी को जल नहीं चढ़ाया जाता है।
Ekadashi के दिन भी तुलसी जल न दें
एकादशी का दिन भगवान विष्णु का प्रिय दिन माना जाता है, मां तुलसी को भी यह दिन बेहद पसंद है। देवउठनी एकादशी को तुलसीजी का विवाह शालिग्रामजी के साथ हुआ था। कहा जाता है कि हर एकादशी को तुलसीमाता भगवान विष्णु के लिए निर्जल व्रत रखती हैं, इसलिए एकादशी के दिन तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। साथ ही उस दिन तुलसी के पत्ते न तोड़ें। माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा नहीं मिलती है और जीवन में नकारात्मकता आती है। ऐसा करने से लगातार तुलसी का पौधा भी सूख जाता है।
Advertisement
Published By : Priya Gandhi
पब्लिश्ड 16 April 2023 at 12:13 IST