अपडेटेड 28 May 2025 at 07:58 IST
IMD का नया अनुमान, जून से सितंबर के बीच सामान्य से 6 प्रतिशत ज्यादा होगी बारिश; देश भर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मानसून 2025 को लेकर नया पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग ने बताया कि जून से सितंबर तक देश में सामान्य से 6% ज्यादा बारिश होने की संभावना है।
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भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मानसून 2025 को लेकर नया पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग ने बताया कि जून से सितंबर तक देश में सामान्य से 6% ज्यादा बारिश होने की संभावना है। यह पूर्वानुमान नीति निर्धारकों, किसानों और शहर प्रशासनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। नए पूर्वानुमान के मुताबिक पूरे साल में सामान्य से 106 प्रतिशत ( 4% बदलाव संभव) बारिश की संभावना है। वहीं जून की शुरुआत में औसत से 108 प्रतिशत बारिश की संभावना है। मानसून की तेज शुरुआत से देश के ज्यादातर हिस्सों में तापमान सामान्य से कम रहेगा। हानि गर्मी से राहत बनी रहेगी।
हालांकि, उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। पूर्वानुमान है कि मध्य और दक्षिण भारत में भी सामान्य से अधिक बारिश होगी, बता दें मई के आखिरी सप्ताह में मुंबई में 107 साल का बारिश रिकॉर्ड टूट गया। जहां सड़कें जलमग्न हो गई, मेट्रो स्टेशन तक डूब गए और 25 सालों में पहली बार मानसून ने इतनी जल्दी दस्तक दी।
मानसून की इस झमाझम वापसी
अच्छा मानसून भारत की कृषि अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत है। जल प्रबंधन और बाढ़ नियंत्रण के लिए सरकार और प्रशासन इस पूर्वानुमान के आधार पर अपनी तैयारी कर सकते हैं। मानसून की इस झमाझम वापसी से एक ओर जहां खेती को राहत मिलेगी, वहीं शहरी व्यवस्थाओं पर भी चुनौती बढ़ेगी। अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस मौके को कैसे संभालता है।
मानसून को लेकर मौसम विभाग ने दी बड़ी अपडेट
IMD के मुताबिक, पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून वर्षा दीर्घावधि औसत (LPA) का 106 प्रतिशत होने की संभावना है, जो सामन्य से अधिक श्रेणी में है। मानसून ऋतु (जून से सितंबर), 2025 के दौरान पूरे देश में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। 1971-2020 की अवधि के लिए देश में ऋतुनिष्ठ वर्षा का दीर्घ अवधि औसत 87 सेंटीमीटर है।
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भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम हो सकती है बारिश
हालांकि, उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश हो सकती है। लद्दाख, हिमाचल के सीमावर्ती क्षेत्र, बिहार, झारखंड, बंगाल के साथ पंजाब और हरियाणा के कुछ क्षेत्रों को अल्प वर्षा का सामना करना पड़ सकता है। IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि मानसून के कोर जोन में सामान्य से अधिक बारिश होगी। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा और आसपास के कुछ क्षेत्रों को मानसून कोर जोन में रखा जाता है। यह क्षेत्र खेती के लिए विशेष रूप से मानसून पर निर्भर रहता है।
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 28 May 2025 at 07:54 IST