अपडेटेड 11 July 2024 at 23:14 IST
IAS Pooja Khedkar: IAS पूजा खेडकर मामले में केंद्र सरकार एक्शन में आ गई है। केंद्र सरकार ने सिविल सेवा परीक्षा-2022 की उम्मीदवार आईएएस पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर की उम्मीदवारी के दावों और दूसरे मामलों की जांच के लिए भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव रैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी की अध्यक्षता में एक सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति दो हफ्ते में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
महाराष्ट्र में एक प्रोबेशनरी IAS अफसर कथित तौर पर जूनियर कर्मचारियों को नहीं मिलने वाले भत्ते हासिल करने के लिए विजुअल और मानसिक विकलांगता और अपने OBC बैकग्राउंड के बारे में झूठ बोलने के लिए जांच के दायरे में हैं। सत्ता के कथित दुरुपयोग के कारण ट्रांसफर पाने वाली खेडकर ने पुणे में सहायक कलेक्टर के रूप में अपनी पोस्टिंग से पहले एक अलग ऑफिस, एक कार और एक घर की मांग की।
पुणे कलेक्टर ऑफिस के साथ व्हाट्सएप मैसेज के जरिए की गई बातचीत से पता चला कि वह 3 जून को अपने ज्वाइनिंग डेट से पहले अपने बैठने की व्यवस्था और गाड़ी की मांग कर रही थी।
कलेक्टर ऑफिस की एक रिपोर्ट में, जिसमें खेडकर और एक अज्ञात व्यक्ति के बीच किए गए मैसेज के तीन स्क्रीनशॉट शामिल हैं, उनकी मांगों और आक्रामक जवाब को दिखाया गया है।
पहले कुछ मैसेज में से एक में ऐसा लग रहा है कि खेडकर अपना परिचय अधिकारी को दे रही हैं। मैसेज में लिखा था, "नमस्कार, मैं पूजा खेडकर IAS हूं। मुझे सहायक कलेक्टर पुणे के रूप में तैनात किया गया है। डॉ दिवासे सर ने मुझे आपका कॉन्टैक्ट नंबर दिया। मैं 3 जून को ज्वाइन करूंगी। हालांकि, मेरे कुछ डॉक्यूमेंट्स बुलढाणा कलेक्टर कार्यालय से भेजे गए हैं। कृपया मुझे बताएं कि क्या किया जा सकता है।"
2023 बैच की IAS अधिकारी खेडकर को कई आरोपों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें उनके OBC बैकग्राउंड को गलत तरीके से पेश करना और उनकी गाड़ी, एक लक्जरी ऑडी सेडान, पर लाल बत्ती, सायरन (आमतौर पर VIP सरकारी वाहनों के लिए आरक्षित) और 'महाराष्ट्र सरकार' का प्रतीक का उपयोग करना शामिल है।
जिला कलेक्टर की रिपोर्ट के बाद खेडकर को अपनी ट्रेनिंग पूरा करने के लिए वाशिम जिले में ट्रांसफर कर दिया गया। उन्हें वाशिम में सहायक कलेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया और वह 30 जुलाई, 2025 तक 'अतिरिक्त सहायक कलेक्टर' के रूप में वहां काम करेंगी। उन्होंने UPSC परीक्षा में 821 रैंक हासिल की और अपने ट्रांसफर से पहले वो पुणे में सहायक कलेक्टर के रूप में कार्यरत थीं।
पब्लिश्ड 11 July 2024 at 23:14 IST