अपडेटेड 22 May 2025 at 14:03 IST

आधार-PAN जैसे अहम डॉक्यूमेंट्स DigiLocker में कितना सुरक्षित, कैसे सेफ रखें अपना डेटा?

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत डिजीलॉकर एक प्रमुख पहल रही है, जिसका उद्देश्य जरूरी दस्तावेजों को डिजिटल सुरक्षित रखने के साथ कहीं भी उपलब्ध होने का एक माध्यम है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MeitY) ने 8 फरवरी 2017 को इसकी शुरुआत की।

Follow : Google News Icon  
DigiLocker
DigiLocker | Image: R Bharat

DigiLocker: आज के दौर में जेबों में भारी भरकम पर्स रखने का सिलसिला लगभग खत्म हो चुका है, क्योंकि पर्स की जगह आपके मोबाइल और अन्य डिजिटल उपकरण बन चुके है। ठीक वैसे ही आपको हर जगह अपने डॉक्यूमेंट्स के कागजात लेकर घूमने की तरह भी नहीं रही हैं। वो इसलिए कि डिजिटल युग में हर चीज आजकल डिजिटली उपलब्ध हो जाती है और देश के अंदर इसमें अहम रोल डिजिलॉकर (DigiLocker) निभा रहा है।

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत डिजीलॉकर एक प्रमुख पहल रही है, जिसका उद्देश्य जरूरी दस्तावेजों को डिजिटल सुरक्षित रखने के साथ कहीं भी उपलब्ध होने का एक माध्यम है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MeitY) ने 8 फरवरी 2017 को इसकी शुरुआत की।

डिजिलॉकर कैसे काम की चीज?

इससे हरेक नागरिक सीधे फायदा उठा सकता है। आसान शब्दों में कहें तो महत्वपूर्ण दस्तावेज अब कभी भी, कहीं भी देखे और दिखाए जा सकते हैं। अहम ये भी है कि यहां उपलब्ध दस्तावेज कानूनी रूप से मान्य हर जगह मान्य हैं। उसके अलावा नागरिक की सहमति से डिजिटल दस्तावेज एक्सचेंज किया जा सकता है। सरकारी लाभ, रोजगार, गवर्नमेंट बेनिफिट्स , शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं को आसाना से यहां जोड़ा जा सकता है। मतलब ये कि नौकरी, सरकारी लाभ, बैंकिंग, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के लिए आवेदन को इससे सरल बना सकते हैं।

डिजिलॉकर में हम कौन-कौन से दस्तावेज रख सकते हैं?

  • लगभग सभी सरकारी दस्तावेज
  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • स्कूल की 10th और 12th मार्कशीट
  • अन्य शैक्षिणिक डिग्रियां
  • वोटर आईडी कार्ड

डॉक्यूमेंट्स DigiLocker में कितना सुरक्षित?

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय DigiLocker में हर डॉक्यूमेंट्स के लिए काफी सुरक्षित होने का दावा करता है। इसमें टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन यूजर वेरिफिकेशन के समय सुरक्षा की एक और लेयर जोड़ देता है। एक तरीके से DigiLocker सुरक्षित होने के साथ-साथ कुशल और भरोसा करने वाला भी है। अहम ये है कि मॉनिटरिंग के साथ ट्रबलशूटिंग जैसी समस्या के निवारण उद्देश्यों के लिए सभी सिस्टम गतिविधियों को ट्रैक करता है। दावा ये भी है कि यहां आपके कागजातों से कोई छेड़छाड़ कर पाना संभव नहीं है।

Advertisement

यह भी पढ़ें: अर्थव्यवस्था में मजबूती, 2024-25 में वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत का अनुमान

Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 22 May 2025 at 14:03 IST