अपडेटेड April 27th 2025, 11:09 IST
Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने चुन-चुनकर पर्यटकों को निशाना बनाया। इसके बाद से देशभर के लोगों में आक्रोश है। इस आतंकी हमले के बाद से सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इस बीच जगद्गुरु शंकराचार्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने हमले के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, 'सबसे बड़ी समस्या ये है कि जब हमारे घर में हमने चौकीदार रखा हुआ है और हम कही चले गए। फिर हमारे घर में कोई घटना होती है तो हम सबसे पहले किसे पकड़ेंगे? सबसे पहले चौकीदार को पकड़ेंगे कि तुम कहां थे। तुम्हारे रहते ऐसी घटना क्यों हुई? तुम्हे किस लिए रखा गया है?
उन्होंने आगे कहा, ‘लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा है। यहां कहते तो हैं कि हम चौकीदार हैं, अगर चौकीदारी की गई होती और चौकीदार अपने काम में मजबूत होता, तो उन आक्रमण नहीं होता। यहां तो कुछ पता ही नहीं है। उनसे (आतंकियों) कोई लड़ा ही नहीं है। किसी ने उन्हें रोकने की कोशिश ही नहीं की। वो आए, हमले को अंजाम दिया और आराम से चले गए। उन्हें कहीं भी बाधा नहीं आई। कहां है चौकीदार? चौकीदार के बारे में चर्चा ही नहीं हो रही है। चौकीदार बड़ी-बड़ी बातें कह रहे हैं कि हम उन्हें सबक सीखा देंगे।’
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आगे कहा, ‘कहते हैं कि पाकिस्तान की धरती से आए हैं। इतनी जल्दी कैसे पता चल गया कि वह (आतंकी) पाकिस्तान की धरती से आए हैं। अगर इतनी जल्दी आपको पता चल जाता है तो घटना के पहले क्यों पता नहीं चला? दूसरी बात यह है कि अगर पाकिस्तान से आए तो उसके खिलाफ तगड़ी कार्रवाई करें।’
सिंधु जल संधि सस्पेंड करने को लेकर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, ‘आप कह रहे हैं कि हम सिंधु जल संधि रोक देंगे। आपके पास जल को रोकने की कोई व्यवस्था है? हमने विशेषज्ञों से पूछा कि अगर हम सिंधु नदी का जल पाकिस्तान में जाने से रोकना चाहते हैं तो हमारे पास क्या व्यवस्था है? उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई व्यवस्था नहीं है। अगर हम आज से ऐसी व्यवस्था बनाने का काम शुरू करें तो कम से कम 20 साल लग जाएंगे। इसका उपाय है ही नहीं। ऐसी परिस्थिति में हम कह रहें हैं कि हम सिंधु नदीं का जल रोक लेंगे।’
वह आगे कहते हैं, ‘यह घटना बहुत बड़ी है। इससे सीख लेनी की जरूरत है। जिन लोगों से यह चूक हुई है उन्हें चिह्नित कर दंडित करने की आवश्यकता है। उसके बाद अगर कोई बाहरी है तो उस पर भी कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है।’
पब्लिश्ड April 27th 2025, 11:09 IST