अपडेटेड 5 November 2023 at 12:42 IST

रेव पार्टी, जो भारत में अभी तक अवैध! कैसे पनपा ये कल्चर और कहां से देशभर में फैलाया पैर... समझिए

Rave Party: भारत में ऐसी रेव पार्टियां बैन हैं, जिनमें अवैध तरीके के नशे कराया जाता हैं।

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rave party/ pc: pti, shutterstock | Image: self

Rave Party: यूट्यूबर एल्विश यादव (Youtuer Elvish Yadav) का मामला सामने आने के बाद रेव पार्टी एक बार फिर चर्चाओं में है। एल्विश पर रेव पार्टी में सांपों का जहर सप्लाई करने का आरोप लगा, जिसको लेकर उनके खिलाफ FIR भी दर्ज हुई। 

खबर में आगे पढ़ें...

  • कैसे शुरू हुआ रेव पार्टी का कल्चर? 
  • भारत में कैसे शुरू हुआ इन पार्टियों का ट्रेंड? 
  • रेव पार्टियों में आखिर होता क्या है? 

देखा जाये तो पिछले कुछ समय में रेव पार्टियों (Rave Party) का कल्चर भारत में काफी तेजी से बढ़ रहा है। अब दिल्ली, मुंबई के साथ ही छोटे शहरों को भी ये कल्चर अपनी गिरफ्त में लेने लगा है। ऐसे में मन में ये सवाल आना लाजमी है आखिर रेव पार्टियों की शुरुआत कैसे हुई और भारत में इस कल्चर ने कैसे अपने पैर पसारे?

ऐसे शुरू हुआ रेव पार्टियों का चलन

रेव पार्टियों के कल्चर शुरुआत की बात करें तो एनसीबी की रिपोर्ट बताती है कि इस तरह की पार्टियों का चलन 1980 के दशक में ग्रेट ब्रिटेन में शुरू हुआ था, जो धीरे-धीरे दूसरे देशों में फैलने लगा। पहले रेव पार्टियां म्यूजिक और डांस तक ही सीमित हुआ करती थीं, लेकिन जैसे-जैसे इन पार्टियों में युवाओं की संख्या बढ़ती गई, इनमें नशीले पदार्थों की सप्लाई भी की जाने लगी। देखते ही देखते रेव पार्टियां नशे का अड्डा बन गईं।

rave party

भारत में रेव पार्टियों की शुरुआत

भारत की बात करें तो माना जाता है कि रेव पार्टियों का ट्रेंड (Rave Party in India) देश में गोवा से शुरू हुआ। विदेशों से आए पर्यटक ने इस तरह की पार्टियों के लिए समुद्र के तट को सही जगह पाया। इसके बाद यहां खुले मैदान में रेव पार्टियों का आयोजन होने लगा। गोवा से शुरू हुआ ये कल्चर देश में दूसरी जगहों जैसे दिल्ली, मुंबई में भी फैलता चला गया।

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हालांकि भारत में ऐसी रेव पार्टियां बैन हैं, जिनमें अवैध तरीके के नशे कराया जाता हैं। कोई व्यक्ति अगर ऐसी पार्टियों का आयोजन करते पाया जाता है या फिर रेव पार्टियों का हिस्सा बनता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। पकड़े जाने पर सजा का भी प्रावधान किया जाता है। यही वजह है कि इस तरह की रेव पार्टियों पर एनसीबी की नजर रहती है और उसे अक्सर छापेमारी करते देखा जाता है। 

बेहद ही गुप्त तरीके से होता है रेव पार्टियों का आयोजन

जैसे-जैसे रात चढ़ती है, म्‍यूजिक लाउड होने लगता है और तब सजती है रेव पार्टी की महफिल। अमीरजादे अपनी एक रात को रंगीन करने के लिए जुटने लगते हैं। इन पार्टियों में गांजा, चरस, कोकीन, जैसे ड्रग्‍स का इस्तेमाल किया जाता है। रेव पार्टियों का आयोजन काफी गुप्त तरीके से किया जाता है।

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पार्टी में रेगुलर शामिल होने वाले लोगों का एक ग्रुप होता है और आम तौर पर उन्‍हीं लोगों को इन पार्टियों में शामिल होने की इजाजत होती है। इस बात का ध्‍यान रखते हैं कि पार्टी के बारे में किसी को भनक ना लगे। इसके लिए आयोजक कोड भाषा का भी इस्तेमाल करते हैं। 

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 5 November 2023 at 12:39 IST