अपडेटेड 24 December 2024 at 20:16 IST
23 दिसंबर का इतिहास: आज है राष्ट्रीय किसान दिवस, जानें और क्या है खास
इतिहास के पन्नों में 23 दिसंबर के नाम कई घटनाएं दर्ज हैं और भारत में इस दिन को ‘किसान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
- भारत
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इतिहास के पन्नों में 23 दिसंबर के नाम कई घटनाएं दर्ज हैं और भारत में इस दिन को ‘किसान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। दरअसल इसी दिन भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्म हुआ था, जिन्होंने किसानों के जीवन और स्थितियों को बेहतर बनाने के लिए कई नीतियों की शुरुआत की थी। भारत सरकार ने वर्ष 2001 में चौधरी चरण सिंह के सम्मान में हर साल 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। किसान दिवस के मौके पर देश भर के किसानों को सम्मानित करने के प्रयास में धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने पलवल स्थित धानुका एग्रीकल्चर रीसर्च एण्ड टेक्नोलाॅजी सेंटर में किसान दिवस प्रोग्राम का आयोजन किया। इस अवसर पर कृषि की आधुनिक तकनीकों पर विचार प्रस्तुत किए गए, साथ ही जाने-माने वैज्ञानिकों के साथ भारतीय कृषि के भविष्य पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम ने किसानों को सशक्त बनाने और स्थायी कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने की धानुका की प्रतिबद्धता को दर्शाया। इस अवसर पर रबी फसलों जैसे गेहूं सब्जियों और सरसो पर विशेष डेमो और प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किए गए।
किसानों को विशेषज्ञों के साथ कृषि की आधुनिक तकनीकों के बारे में जानने और सीखने का मौका मिला। मुख्य अतिथि, श्री विपुल गोयल, राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन मंत्री शहरी स्थानीय निकाय एवं नागरिक उड्डयन, केबिनेट मंत्री हरियाणा ने प्रोग्राम का उद्घाटन किया। मााननीय अतिथि डाॅ पीके सिंह, कृषि आयुक्त, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, भारत सरकार भी इस अवसर पर माननीय अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
बड़ी संख्या में किसानों ने आयोजन में हिस्सा लिया और उनमें नई तकनीकों को सीखने के लिए काफी जोश नजर आया। इस तरह के आयोजन किसानों को कृषि की नई एवं आधुनिक प्रथाओं पर जागरुक बनाने में योगदान देते हैं। इस कार्यक्रम ने भी कृषि के विकास और स्थायित्व को बढ़ावा देकर किसानों को लाभान्वित किया है। धानुका ने किसान दिवस के अवसर पर भारत के चार मुख्य क्षेत्रों के स्कूलों में विशेष शैक्षणिक प्रोग्राम भी आयोजित किए। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात और तेलंगाना के स्कूलों ने उत्साह के साथ इस प्रोग्राम में हिस्सा लिया। धानुका एग्रीटेक ने छात्रों को कृषि के महत्व, मेहनती किसानों के प्रति कृतज्ञता तथा भारत में खेती के भविष्य के बारे में जानकारी दी। टीम ने कृषि क्षेत्र में हो रही तकनीकी और वैज्ञानिक प्रगति के बारे में भी बताया, जो आने वाले समय में कृषि को नया आयाम देगी। कार्य क्रम के माध्यम से छात्रों को यह समझने का मौका मिला कि वे आने वाले सालों में कृषि में अपना करियर बना सकते हैं।
‘‘हमें खुशी है कि हमने 10 गांवों को अडाॅप्ट किया है और इस आयोजन में 200 किसानों को एक मंच पर लेकर आए। इस तरह के कार्य क्रम न सिर्फ किसानों को कृषि की आधुनिक तकनीकों पर शिक्षित करते हैं, बल्कि उन्हें ज़रूरी ज्ञान एवं सहयोग प्रदान कर स्थायी भविष्य के लिए तैयार भी करते हैं। यह देखकर अच्छा लगता है कि किसानों ने उत्साह के साथ विशेषज्ञों से बातचीत की और नए तरीके सीखने में रूचि दिखाई। ये प्रयास हमारे कृषि समुदाय की क्षमता को दर्शाते हैं।’’ डाॅ आर जी अग्रवाल, चेयरमैन एमेरिटस, धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने कहा। धानुका एग्रीटेक ने ग्रामीण समुदायों के कल्याण, किसानों को ज़रूरी जानकारी एवं संसाधनों के साथ सशक्त बनाने तथा कृषि उत्पादकता बढ़ाने के प्रयासों के तहत किसान दिवस प्रोग्राम का आयोजन किया। किसानों, वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं को एक दूसरे के साथ जोड़कर इस प्रोग्राम ने स्थायी कृषि के लिए धानुका की प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है। इसके अलावा धानुका एग्रीटेक विभिन्न केंद्रीय संस्थानों, एग्रीकल्चर टेक्नोलाॅजी ऐप्लीकेशन रीसर्च इंस्टीट्यूट्स और कृषि विज्ञान केंद्रो के सहयोग से देश भर में 14.5 करोड़ से अधिक
किसानों को प्रशिक्षण दे रही है, जिनमें से अधिकतर छोटे किसान हैं।
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देश दुनिया के इतिहास में 23 दिसंबर की तारीख पर दर्ज कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है :-
- 1672 : खगोलविद् जियोवनी कैसिनी ने शनि के उपग्रह ‘रिया’ की खोज की।
- 1902 : किसानों के नेता के रूप में लोकप्रिय देश के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का उत्तर प्रदेश के हापुड़ में जन्म। इस दिन को देश में ‘किसान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
- 1914 : प्रथम विश्व युद्ध में आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की सेना मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंची।
- 1921 : विश्व-भारती विश्वविद्यालय का उद्घाटन।
- 1922 : बीबीसी रेडियो से दैनिक समाचार प्रसारण शुरू।
- 1926 : प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, दलितों के हितैषी, स्त्री शिक्षा के समर्थक और आर्य समाज प्रचारक स्वामी श्रद्धानंद की हत्या।
- 1972 : निकारागुआ की राजधानी मनागुआ में भूकंप ने लगभग 10 हजार लोगों की मौत।
- 1995 : हरियाणा के मंडी डबवाली इलाके में एक स्कूल के कार्यक्रम में आग लगने से 360 लोगों की मौत।
- 2000 : अविभाजित भारत की प्रसिद्ध अभिनेत्री और गायिका ‘मलिका-ए-तरन्नुम’ नूरजहां का निधन।
- 2000 : पश्चिम बंगाल की राजधानी कलकत्ता का नाम आधिकारिक तौर पर बदलकर कोलकाता किया गया।
- 2008 : साफ्टवेयर कम्पनी सत्यम पर विश्व बैंक ने प्रतिबंध लगाया।
- 2019 : दिल्ली के किराड़ी में तीन मंजिला मकान में आग लगने से नौ लोगों की मौत।
- 2019 : सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में पांच लोगों को मौत की सजा सुनाई गई।
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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 23 December 2024 at 10:02 IST