अपडेटेड 4 August 2024 at 11:19 IST

25 घरों का नामोनिशान नहीं, 33 लोग लापता;हिमाचल में तबाही के बाद युद्धस्तर पर रेस्क्यू, सेना भी शामिल

Himachal Pradesh cloudburst: एसडीएम रामपुर निशांत बताते हैं कि 33 घर थे, उनमें से 25 घर का नामोनिशान नहीं है। वो मलबे का रूप ले चुके हैं।

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हिमाचल में युद्धस्तर पर रेस्क्यू जारी है। | Image: ANI

Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के रामपुर में बादल फटने की घटना के बाद हालात गंभीर हैं। यहां युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान जारी है और भारतीय सेना को भी इसमें लगाया गया है। जानकारी के अनुसार समेज गांव के लगभग 33 लोग लापता हैं। बादल फटने के बाद से कई घर जमींदोज हो चुके हैं। ऐसे में बड़ी बड़ी ड्रिल मशीन और जेसीबी के सहारे ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सेंसर की मदद से भी लोगों को तलाशने की मुहिम जारी है।

कुदरत के क्रोध लोगों की कहर बनकर टूट रहा है। खासकर पहाड़ी इलाकों में आसमानी आफत से लोग सांसत में हैं। हिमाचल प्रदेश में भी यही हालात हैं। इसी क्रम में रामपुर के समेज गांव के पास बादल फटने की घटना हुई। एसडीएम रामपुर निशांत बताते हैं कि 33 घर थे, उनमें से 25 घर का नामोनिशान नहीं है। वो मलबे का रूप ले चुके हैं। लोगों की तलाश में कई जेसीबी लगाया गया है।

भारतीय सेना ने संभाला मोर्चा

भारतीय सेना प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और बहाली के लिए अपने प्रयास जारी रखे है। साथ में एनडीआरएफ, सीआईएसएफ, हिमाचल पुलिस, होमगार्ड और माउंटेन रेस्क्यू टीम रेस्क्यू में शामिल हैं। सेना ने बचाव कार्यों को सुविधाजनक बनाने के लिए कटे हुए क्षेत्रों के बीच संपर्क स्थापित करने के लिए अस्थायी पुल बनाए हैं।

युद्धस्तर पर जारी है अभियान

होमगार्ड कमांडेंट आरपी नेप्टा बताते हैं कि आज चौथा दिन है। कल समीक्षा बैठक हुई थी। आज हम युद्धस्तर पर काम करेंगे। यहां 5 जेसीबी तैनात की गई हैं। टास्क फोर्स को यहां अलग-अलग भूमिकाएं सौंपी गई हैं। आज सुबह 7 बजे तलाशी अभियान शुरू हुआ। मुझे उम्मीद है कि आज शव बरामद हो जाएंगे। स्थानीय लोगों ने हमें बताया है कि हमें शव कहां मिल सकते हैं। हम वहां भी तलाशी अभियान चलाएंगे। हम एक पुल भी बना रहे हैं।

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आरपी नेप्टा का कहना है कि हमें उम्मीद है कि आज ज्यादा से ज्यादा शव बरामद होंगे। बरामद किए गए तीन शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। इसलिए हम उन शवों को लोगों को दिखा रहे हैं। हम लोगों को राहत भी पहुंचा रहे हैं।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 4 August 2024 at 11:19 IST