अपडेटेड 6 May 2023 at 20:01 IST
'प्लीज, लौट आइए पापा...' राजौरी में शहीद नीलम सिंह के 10 साल की बेटी ने लगाई गुहार, तो हर आंखें हो गई नम
Havaldar Neelam Singh को अंतिम सलामी देने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ अखनूर में इकट्ठा हुई थी। इस दौरान "भारत माता की जय" और "भारतीय सेना की जय" के नारे गूंज उठे।
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Rajouri Operation Trinetra: "आप उठ क्यों नहीं रहे हैं? मुझे कुछ नहीं चाहिए, पापा। प्लीज लौट जाइए," 10 वर्षीय पवना चिब ने रोते हुए अपने पिता, पैराट्रूपर नीलम सिंह के चेहरे को छूने के लिए अपना हाथ बढ़ाया, जो उसके सामने एक ताबूत में लेटे हुए थे। उसके बगल में खड़े होकर, चिब की मां वंदना अपने पति के चेहरे पर अविश्वास से घूर रही है, इससे पहले कि वह टूट जाए। शहीद का 7 साल का बेटा अंकित भी अपने पिता के जाने से दुख में है। शहीद नीलम सिंह उन 5 जवानों में शामिल हैं, जो शुक्रवार को राजौरी में शहीद हो गए।
शनिवार को हवलदार नीलम सिंह का पार्थिव शरीर जम्मू-कश्मीर के अखनूर इलाके में पहुंचा। मातृभूमि के वीर सपूत को अंतिम सलामी देने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ अखनूर में इकट्ठा हुई थी। देश भक्ति नारों और शहीद नीलम सिंह अमर रहें के नारों से अखनूर का इलाका भर गया था। नम आंखों से लोगों ने अपने लाल को अंतिम विदाई दी।
तिरंगे में लिपटा शहीद हवलदार नीलम सिंह के पार्थिव शरीर को लेकर जब सेना का ट्रक अखनूर पहुंचा, तो लोगों ने हाथों में राष्ट्र ध्वज लेकर फूलों की वर्षा और नम आंखों से उनका स्वागत किया। अखनूर की गलियां इस दौरान "भारत माता की जय" और "भारतीय सेना की जय" के नारे गूंज उठी।
सेना के 5 जवान हुए शहीद
दरअसल, 'नाम, नमक, निशान...' ये तीन शब्द देश की सुरक्षा की शपथ लेने वाले हर सैनिक की सबसे बड़ी पहचान होते हैं। इन्हीं के लिए वे अपना सर्वोच्च बलिदान दे देते हैं। यही शब्द हैं, जो एक सच्चे सिपाही के निर्माण में सबसे बड़ी भूमिका निभाते हैं। जिसके कारण वे ढेर सारी चुनौतियों और कठिनाइयों का सामना करते रहते हैं। इसी भावना से ओत-प्रोत सेना, अर्द्धसैनिक बल और जम्मू कश्मीर पुलिस के जवान घाटी के राजौरी में काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन- ऑपरेशन त्रिनेत्र चला रहे हैं। इस ऑपरेशन में सेना के 5 जवानों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया। शहीद जवानों में लांस नायक रुचिन सिंह रावत, पैराट्रूपर सिद्धांत छेत्री, नाइक अरविंद कुमार, हवलदार नीलम सिंह और पैराट्रूपर प्रमोद नेगी शामिल हैं।
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शुक्रवार को कंडी इलाके में केसरी हिल्स पर चलाए गए काउ्टर इंसरजेंसी अभियान 'ऑपरेशन त्रिनेत्र' के दौरान सेना 9 पैरा स्पेशल फोर्स के पांच जवान शहीद हो गए थे। इस ऑपरेशन में मेजर रैंक का एक अधिकारी घायल हो गया था। यह घटना ऐसे समय में हुई जब भाटा धूरियन में सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर हमला किए जाने के बाद, सेना पिछले 15 दिनों से बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चला रही है। एनकाउंटर के बाद सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में शनिवार सुबह एक आतंकवादी मारा गया और एक अन्य के घायल होने की आशंका है।
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जम्मू पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ली सुरक्षा स्थिति का जायजा
शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए जम्मू पहुंचे, जहां आतंकवादियों ने अक्टूबर 2021 से अब तक 8 हमलों में 26 सैनिकों सहित 35 लोगों की जान ले ली है।
Published By : Nripendra Singh
पब्लिश्ड 6 May 2023 at 19:55 IST