Published 18:26 IST, September 7th 2024
Haridwar: अंडरवर्ल्ड डॉन बना जूना अखाड़े का संत, बवाल के बाद जांच; कभी दाऊद को मारने गया था करांची
कभी दाऊद को मारने के लिए करांची जाने वाला अंडरवर्ल्ड डॉन जूना अखाड़े का संत बन गया। हालांकि, काफी बवाल के बाद मामले में जांच शुरू हुई है।
उत्तराखंड की अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी अब संत बन गया है। जूना अखाडा के साधु-संतों ने अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी को जेल में ही सन्यास की दीक्षा दिला दी। इसके साथ ही उसे भगवा धारण करा कर संत बना दिया गया। पीपी को सन्यास दीक्षा दिलाने के लिए जूना अखाड़े के 3 संत और एक हिंदूवादी नेता जेल पंहुचे थे।
जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक महंत हरिगिरी ने पीपी को जूना अखाड़े के संत बनाये जाने पर हैरानी जताई। महंत गिरी ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है और एस मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने इसकी जांच के लिए अखड़े के महंतों की एक 7 सदस्य समिति बना दी है।
सुपारी किलर, अंडरवर्ल्ड माफिया बना संत
दीक्षा देने के बाद प्रकाश पांडे को उत्तराखंड स्थित मुख्य गंगोत्री भैरव मंदिर, गंगोलीहाट के लंबकेश्वर मंदिर महादेव , मुनस्यारी में कालिका माता मंदिर, काला मुनि मंदिर का मुख्य महंत बनाया गया। हैरानी की बात ये है कि सुपारी किलर, अंडरवर्ल्ड माफिया और तस्कर के तौर पर अपनी पहचान रखने वाला अपराधी अब महामंडलेश्वर बन गया है।
जिन संतों ने उन्हें दीक्षा दी उनमें से एक महंत राजेंद्र गिरी ने कहा कि हमने दीक्षा दी है। उनकी इच्छी थी कि धार्मिक क्षेत्र में जाया जाए और धार्मिक भावनाएं लाई जाए। जेल में और जो भी हैं, उन्हें अच्छी प्रेरणा मिले। वाल्मीकि जी थे, पूर्व में कई चीजें हुई और फिर बाद में रामायण जैसी पवित्र रचना लिखी। कोई ना कोई उनके माध्यम थे। नारद जी उन्हें वहां तक पहुंचाए। आगे जो भी कार्रवाई होगी देखा जाएगा।
महंत राजेंद्र गिरी ने कहा कि उनकी इच्छा थी कि उन्हें दीक्षा दी जाए। हमारे अखाड़े में कृष्णकांडपाल जी आए और आग्रह किया। कुमाऊ में आश्रम है और ऐसी कई शाखाएं है। तो इन्होंने आग्रह किया कि इन्हें जोड़ा जाए।
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Updated 18:36 IST, September 7th 2024