Published 14:55 IST, September 6th 2024
हेयर ट्रांस्प्लांट से मालामाल हो रहा तुर्किए, तुर्की एयरलाइंस को लोग बुलाने लगे तुर्की हेयरलाइंस
बाल झड़ने की समस्या का सामना सभी को जीवन में किसी न किसी समय करना पड़ता है और प्राकृतिक रूप से ऐसा होने के बाद भी गंजेपन का इलाज आज एक बड़ा व्यवसाय बन गया है।
बाल झड़ने की समस्या का सामना सभी को जीवन में किसी न किसी समय करना पड़ता है और प्राकृतिक रूप से ऐसा होने के बाद भी गंजेपन का इलाज आज एक बड़ा व्यवसाय बन गया है। उदाहरण के लिए यूरोप में 2010 और 2021 के बीच बाल प्रतिरोपण या ‘हेयर ट्रांसप्लांट’ की सर्जरी में रुचि रखने वालों की संख्या में 240 प्रतिशत की वृद्धि हुई और तुर्किये इस सर्जरी के लिए इतना लोकप्रिय हो गया है कि कुछ कर्मचारियों ने तुर्की एयरलाइंस का नाम बदलकर ‘तुर्की हेयरलाइन्स’ रख दिया है।
बालों का झड़ना एक सामान्य प्रक्रिया है। आमतौर पर एक दिन में मनुष्य के 50-100 बाल गिर जाते हैं और फिर से आ भी जाते हैं, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ अन्य शारीरिक प्रक्रियाओं की तरह, बालों का विकास धीमा हो जाता है। हमारे बालों को चमकदार बनाने वाले तेल का उत्पादन करने वाली वसा संबंधी ग्रंथियां अपनी गतिविधियां कम कर देती हैं, जिससे बाल अपनी चमक खोने लगते हैं। कुछ बालों के रोमछिद्र का काम भी शिथिल पड़ जाता है और बाल पतले होने लगते हैं और कुछ रोम छिद्र पूरी तरह बंद होने से बालों की संख्या कम होती जाती है।
बाल पतले होने और गंजेपन के बारे में एक आम धारणा है कि…
बाल पतले होने और गंजेपन के बारे में एक आम धारणा है कि यह इंसान की खूबसूरती को कम कर देता है। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग सर्जरी से कृत्रिम बाल लगवाने वाले उपचारात्मक तरीकों का विकल्प चुन रहे हैं। ‘हेयर ट्रांसप्लांट’ को कॉस्मेटिक प्रक्रिया के रूप में वर्गीकृत किया जाता है और यह ब्रिटेन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के दायरे में नहीं आता। कुछ लोग यह सर्जरी अन्य देशों में अधिक सस्ती होने पर इसके लिए विदेश यात्रा तक करते हैं।
विदेश में बाल प्रतिरोपण सर्जरी कराने के अनेक सुखद उदाहरण हैं, लेकिन ऐसे मामले भी हैं जहां सर्जरी किसी अयोग्य व्यक्ति द्वारा की गई और ‘हेयर ट्रांसप्लांट’ के लिए अनुपयुक्त व्यक्ति का भी इलाज कर दिया गया। ‘बाल प्रतिरोपण’ सर्जरी हमेशा किसी योग्य सर्जन से ही करानी चाहिए और सभी लोग कृत्रिम तरीके से बाल लगवाने की इस सर्जिकल प्रक्रिया के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं।
सबसे उपयुक्त उम्मीदवार ‘एंड्रोजेनिक एलोपेसिया’ वाले लोग होते हैं जिसे मूल रूप से ‘पुरुष पैटर्न वाला गंजापन’ कहा जाता है, लेकिन यह महिलाओं और पुरुषों दोनों को प्रभावित करता है। चालीस वर्ष से कम आयु की लगभग 10 प्रतिशत महिलाओं में बाल झड़ने के कुछ लक्षण होते हैं, जो 70 वर्ष की आयु तक बढ़कर 50 प्रतिशत से अधिक हो जाते हैं। इसके विपरीत, 50 वर्ष की आयु तक 30-50 प्रतिशत पुरुषों में एंड्रोजेनिक एलोपेसिया से जुड़े बाल झड़ने की समस्या होती है।
पुरुषों में आमतौर पर ‘एम-आकार’ में बालों के पीछे हटने वाली ‘हेयरलाइन’ विकसित होती है जिसे ‘नॉरवुड पैटर्न’ के रूप में जाना जाता है, जबकि महिलाओं में सिर के ऊपर और सिर के सामने के बाल पतले होने लगते हैं जिसे ‘लुडविग पैटर्न’ कहते हैं।
उपचार के विकल्प :
बालों के झड़ने के लिए प्रारंभिक उपचार आमतौर पर औषधीय होता है। फिनास्टेराइड नामक दवा पुरुषों में ‘बिनाइन प्रोस्टेट इनलार्जमेंट’ और बालों के झड़ने के इलाज में कारगर होती है और इसके परिणाम सामने आने में तीन से छह महीने लगते हैं। हालांकि, उपचार बंद करने के छह से 12 महीने के भीतर बाल पुरानी स्थिति में लौट जाते हैं। एंड्रोजेनिक एलोपेसिया के इलाज के लिए एक और दवा मिनोक्सिडिल, बाल झड़ने को रोकने में लाभकारी साबित हुई है। इनके अलावा एक विशेष टोपी का उपयोग करके लेजर लाइट थेरेपी के इस्तेमाल के भी मिश्रित परिणाम देखे गए हैं।
यदि प्रारंभिक उपचार असफल साबित होते हैं, तो मरीज बाल प्रतिरोपण का विकल्प चुन सकते हैं। इसके लिए दो तकनीकों का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है। पहली है फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन (एफयूटी), जिसे फॉलिक्युलर यूनिट स्ट्रिप सर्जरी (एफयूएसएस) भी कहते हैं। दूसरी तकनीक फॉलिक्युलर यूनिट एक्सिशन (एफयूई) होती है।
दोनों प्रक्रियाओं में आमतौर पर खोपड़ी के अन्य क्षेत्रों में उपयोगी बालों की उपलब्धता जरूरी होती है।
बाल उगना?
बाल प्रतिरोपण की दीर्घकालिक सफलता दर अलग अलग होती है। अध्ययनों की रिपोर्ट बताती है कि सर्जरी के एक साल बाद 90 प्रतिशत लोगों के बाल अच्छी तरह बढ़ते हैं, लेकिन चार साल बाद ये कवरेज घटकर 9 प्रतिशत रह जाता है। कई कारक बाल प्रतिरोपण के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं, जिनमें उम्र, धूम्रपान, धूप से क्षति और मधुमेह शामिल हैं।
सर्जरी के बाद रिकवरी के लिए कुछ दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है। कुछ क्लीनिक ‘दर्द रहित’ बाल प्रतिरोपण का विज्ञापन करते हैं, लेकिन रिकवरी अक्सर असुविधाजनक और असहज होती है।
प्रक्रिया के दौरान एनेस्थीसिया का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन उसके बाद खोपड़ी सूज सकती है, कोमल हो सकती है तथा काफी समय तक आराम करना पड़ सकता है। रोगियों को सलाह दी जाती है कि वे काम से दो हफ्ते की छुट्टी लें और जब तक ‘ग्राफ्ट’ नाज़ुक और असुरक्षित है, तब तक ज्यादा शारीरिक गतिविधियों से बचें। बाल प्रतिरोपण के पूर्ण परिणाम सामने आने में दस से 18 महीने लग सकते हैं।
बाल प्रतिरोपण उन लोगों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प हो सकता है जो बाल झड़ने से चिंतित हैं, लेकिन यह एक बड़ा निर्णय है और इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। यदि आप प्रक्रिया से गुजरने की सोच रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करने के लिए अपना शोध करें कि आपका इलाज पूरी तरह से योग्य सर्जन द्वारा किया जाए और आप सर्वोत्तम परिणाम पाने के लिहाज से रिकवरी दिशानिर्देशों का अक्षरशः पालन करने के लिए तैयार रहें।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Updated 14:57 IST, September 6th 2024