अपडेटेड 26 May 2024 at 10:22 IST
Rajkot Fire:वीकेंड, सस्ता टिकट और 2000 लीटर पेट्रोल...गेमिंग जोन में आग से 27 मौतों की Inside Story
गुजरात के राजकोट में गेमिंग जोन में अगलगी की घटना में अब तक 27 लोगों की मौत हो गई है। जांच के दौरान कई बड़े खुलासे हो रहे हैं।
- भारत
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गुजरात के राजकोट (Rajkot) में गेमिंग जोन में शनिवार शाम लगभग 4 बजे भीषण आग लग गई। इस भयंकर अग्निकांड में अब तक 27 लोगों की मौत हो गई है। मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ता ही जा रहा है। राजकोट शहर के कालावड रोड स्थित टीआरपी गेम जोन में मरने वालों में बच्चों की संख्या ज्यादा है। घटना के बाद पूरे इलाके में सनाटा पसरा है।
TRP गेमिंग जोन में जब अगलगी की घटना हुई थी उस समय अच्छी-खासी संख्या में लोग अंदर मौजूद थे,छुट्टी के दिन होने की वजह से बड़ी संख्या में परेंट्स में अपने बच्चों को लेकर यहां पहुंचे थे। शनिवार को 99 रुपए एंट्री फीस की स्कीम रखी गई थी। बताया जा रहा है कि कार रेसिंग के लिए गेमिंग जोन में भारी मात्रा में डीजल-पेट्रोल भी जमा किया गया था। आग के भयावह रूप धारण में करने में यह भी बड़ा कारण बना।
CM पटेल ने घटनास्थल का किया दौरा
टीआरपी गेम जोन से रविवार सुबह ली गई वीडियो हादसे की तस्वीर बयां करा रहा है। जली हुई गाड़ियां बता रही है कि घटना कितनी भीषण थी। पूरा स्ट्रक्चर जल कर खाक हो गया। रविवार को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और गृह मंत्री हर्ष सांघवी घटनास्थल पर हालात का जायजा लेने पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस घटना पर गहरी संवेदना जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री से फोन पर बात की है और रेस्क्यू की जानकारी ली है।
गेमिंग जोन में 1500 से 2000 लीटर था पेट्रोल
जानकारी के मुताबिक, गेमिंग जोन के स्टोर रूम में भारी मात्रा में डीजल-पेट्रोल रखा था। गेमिंग जोन में 1500 से 2000 लीटर डीजल और गो कार रेसिंग के लिए 1000 से 1500 लीटर पेट्रोल रखा गया था। आग को खतरनाक बनाने में यह भी बड़ा कारण बना। इसके साथ वीकेंड पर सस्ते टिकट की वजह से लोगों की भारी भीड़ उमड़ गई थी और Exit का एक ही रास्ता था, जिसके वजह से लोग अंदर ही फंस गए। गेम जोन से बाहर निकलने और प्रवेश के लिए 6 से 7 फीट का एक ही रास्ता था।
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DNA से होगी शव की शिनाख्त
प्रशासन का कहना है मृतकों के शव इतनी बुरी तरह झुलसे हैं कि उनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। पहचान के लिए DNA टेस्ट किया जाएगा। राजकोट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि एक गेम जोन में आग लगने से इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मृत्यु हुई है। घटना के संबंध में कलेक्टर ने बताया कि गेमिंग जोन में आग लगने की वजह शुरुआती जांच में इलेक्ट्रिक कारण बताए जा रहे हैं। हालांकि, आग लगने का मुख्य कारण का अभी पता नहीं चला है। जांच भी सामने आया है कि इस गेमिंग जोन को फायर विभाग की ओर से NOC नहीं मिली थी। NOC के लिए कभी कोई एप्लीकेशन ही नहीं दिया था।
मालिक संचालक समेत 3 लोग गिरफ्तार
हताहतों के लिए मुआवजे का ऐलान भी किया गया है। राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये देने का ऐलान किया है। साथ ही एसआईटी के गठन की भी घोषणा की गई है। सरकार ने कहा है कि यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि ऐसी घटना दोबारा न हो और इस आयोजन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। घटना के बाद गेमिंग जोन के बंद करने का आदेश सरकार ने दिया है।
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गेमिंग जोन का स्वामित्व युवराज सिंह सोलंकी नामक व्यक्ति के पास है। मालिक, संचालक समेत 3 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वरिष्ठ IPS अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अगुवाई में 5 अधिकारियों की SIT पुरे मामले की जांच करेगी। SIT को 72 घंटे के अंदर घटना की प्राइमरी रिपोर्ट देगी।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 26 May 2024 at 09:14 IST