Published 21:15 IST, October 5th 2024
अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे लेकिन अब तक प्रदर्शन के लिए जगह नहीं मिली : लद्दाख के नेता
जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और करगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के सदस्य सज्जाद हुसैन करगिली ने शनिवार को कहा कि वे यहां अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे।
लद्दाख को छठी अनुसूची में शामिल करने के लिए आंदोलन की अगुआई कर रहे जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और करगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के सदस्य सज्जाद हुसैन करगिली ने शनिवार को कहा कि वे यहां अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे लेकिन अभी तक उन्हें कोई जगह नहीं मिली है। लद्दाख के एक अन्य नेता ने कहा कि वांगचुक और करगिली के साथ कुछ अन्य लोग भी इस अनशन में शामिल होंगे।
वांगचुक ने शुक्रवार को कहा था कि वह और लद्दाख के अन्य प्रदर्शनकारी अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे क्योंकि उन्हें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने की मांग पर सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला।
जंतर-मंतर पर अनशन करने की उनकी अनुमति नहीं मिली- वांगचुक
वांगचुक ने शनिवार को अपने अनशन की योजना की पुष्टि की हालांकि दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनशन करने की उनकी अनुमति को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। वांगचुक ने अनशन की घोषणा करते हुए सभी समूहों, पार्टियों और संगठनों से अपील की थी कि वे उन्हें विरोध प्रदर्शन के लिए जगह मुहैया कराएं।
जलवायु कार्यकर्ता वांगचुक ‘दिल्ली चलो पदयात्रा’ का नेतृत्व कर रहे हैं, जो एक महीने पहले लेह से शुरू हुई थी।
मार्च का आयोजन ‘लेह एपेक्स बॉडी’ ने किया, जो कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के साथ मिलकर पिछले चार वर्ष से लद्दाख को राज्य का दर्जा दिलाने और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने के लिए आंदोलन चला रहा है।
Updated 21:15 IST, October 5th 2024