Updated February 7th, 2020 at 15:19 IST
मनीष सिसोदिया के ओएसडी को CBI ने '2 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों' किया गिरफ्तार
जांच एजेंसी ने अधिकारी और बिचौलिये धीरज गुप्ता को दिल्ली चुनाव से दो दिन पहले बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया था।
सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के ओएसडी गोपाल कृष्ण माधव को एक बिचौलिए की ओर से मिली सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि यह बिचौलिया ओएसडी की तरफ से ट्रांसपोर्टरों से कथित तौर पर रिश्वत लेता था।
एजेंसी ने अहम माने जा रहे दिल्ली चुनाव से पहले, बृहस्पतिवार रात एक अभियान के तहत माधव को गिरफ्तार किया था। इससे पहले पांच फरवरी को एजेंसी ने बिचौलिए धीरज गुप्ता को गिरफ्तार किया था, जिसने दावा किया था कि वह अधिकारी की तरफ से रिश्वत वसूलता था।
सूत्रों ने कहा कि एजेंसी को अब तक इस मामले में सिसोदिया की संलिप्तता का नहीं पता चला है।
सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा, “सीबीआई ने दिल्ली के निवासी धीरज गुप्ता के अलावा दिल्ली सरकार के व्यापार एवं कर विभाग के एक जीएसटी अधिकारी को 2.26 लाख रुपये के रिश्वतखोरी मामले में गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली के उपमुख्यमंत्री के ओएसडी भी हैं।”
पूछताछ के दौरान गुप्ता ने दावा किया कि वह माधव की तरफ से रिश्वत वसूल रहा था। माधव व्यापार एवं कर विभाग में दिल्ली, अंडमान तथा निकोबार द्वीपसमूह सिविल सेवा (दानिक्स) के अधिकारी हैं।
प्रवक्ता ने कहा, “आरोप है कि एक निजी व्यक्ति (गुप्ता) ट्रांसपोर्टरों पर जीएसटी नहीं लगाने के लिए उनसे अवैध राशि वसूलने के लिए माधव समेत जीएसटी विभाग के कुछ अधिकारियों की तरफ से बिचौलिए के तौर पर काम कर रहा था।”
अधिकारियों ने बताया कि माधव को तत्काल एजेंसी के मुख्यालय ले जाया गया और सीबीआई अधिकारियों ने उनसे विस्तार से पूछताछ की।
उन्होंने बताया कि विशेष अदालत ने गुप्ता को न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जबकि माधव को शुक्रवार को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।
सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक माधव को 2015 में सिसोदिया के कार्यालय में तैनात किया गया था। सिसोदिया ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, “मुझे पता चला है कि सीबीआई ने जीएसटी इंस्पेक्टर को रिश्वत लेने के लिए गिरफ्तार किया है। यह अधिकारी मेरे कार्यालय में ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) के तौर पर भी तैनात था। सीबीआई को उसे तुरंत सख्त से सख्त सजा दिलवानी चाहिए। ऐसे कई भ्रष्टाचारी अधिकारी मैंने खुद पिछले पांच साल में पकड़वाए हैं।”
Published February 7th, 2020 at 14:15 IST