Updated February 4th, 2019 at 09:10 IST
CBI Vs ममता: देश की सर्वोच्च अदालत का रूख करेगी जांच एजेंसी
वहीं धरने से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बोलीं, "मैं मर जाऊंगी पर झुकूंगी नहीं, ये सुपर इमरजेंसी है, मैं बलिदान के लिए तैयार हूं"
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पश्चिम बंगाल में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) पर छिड़ा घमासान इस वक्त परवान पर है। हर कोई इस मसले पर लगातार अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। ऐसे में मिली जानकारी के मुताबिक जांच एजेंसी सीबीआई सोमवार यानी आज देश की सर्वोच्च अदालत का रुख कर सकती है।
केंद्र और ममता बनर्जी नीत पश्चिम बंगाल सरकार के बीच टकराव की स्थिति पैदा होने के बाद सीबीआई सूत्रों ने रविवार को कहा कि जांच एजेंसी सोमवार को इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का रूख करेगी।
दरअसल सीबीआई के 5 अधिकारी रोज वैली और सारदा चिटफंड स्कैम के सिलसिले में पूछताछ के कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंचे। लेकिन सीबीआई को कमिश्नर के घर के अंदर नहीं जाना दिया गया। जिसके बाद कोलकाता पुलिस सीबीआई अफसरों को ही गिरफ्तार कर के थाने ले गई है।
सीबीआई ने दावा किया कि पोंजी घोटालों में उसकी जांच में पश्चिम बंगाल सरकार और राज्य की पुलिस रोड़े अटका रही है। सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि जांच एजेंसी सोमवार को शीर्ष न्यायालय का रूख कर अपना पक्ष रखेगी।
कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियों ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना समर्थन दिया। वह चिटफंड घोटाला मामले में कोलकाता पुलिस प्रमुख से सीबीआई की पूछताछ के प्रयास के खिलाफ धरने पर बैठी हैं।
वहीं धरने से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बोलीं, "मैं मर जाऊंगी पर झुकूंगी नहीं, ये सुपर इमरजेंसी है, मैं बलिदान के लिए तैयार हूं"
विपक्ष ने सीबीआई को ‘भाजपा का गठबंधन सहयोगी’ बताया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बनर्जी से फोन पर बात की और उनके प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा विपक्ष एकजुट है और यह फासीवादी ताकतों को हराएगा।
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बता दें राजीव कुमार पश्चिम बंगाल काडर के 1989 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं। वह सीबीआई की तरफ से जारी नोटिसों का जवाब नहीं दे रहे हैं. बता दें कि कुमार ने चिटफंट घोटालों की जांच करने वाली पश्चिम बंगाल पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का नेतृत्व किया था।
रोज वैली स्कैम 15,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है और सारदा स्कैम करीब 2500 करोड़ रुपये का है। अधिकारियों के मुताबिक, दोनों ही मामलों में आरोपियों के कथित तौर पर सत्ताधारी टीएमसी से लिंक पाए गए हैं। इन दोनों ही चिटफंड घोटालों की जांच सीबीआई कर रही है।
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Published February 4th, 2019 at 09:02 IST