Updated October 5th, 2018 at 09:37 IST
मीटिंग के दौरान IAS ऑफसरों के फोन यूज करने से नाराज हुए CM नीतीश ने कर दिया मोबाइल बैन
बिहार के गृह सचिव आमिर सुबहानी ने पुलिस महानिदेशक, विकास आयुक्त, सभी मंत्रालयों के प्रधान सचिव और विभागीय सचिवों को जारी पत्र में कहा है
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बिहार सरकार ने हाई लेवल मीटिंग के दौरान अधिकारियों के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने से नाराज हुए सीएम नीतीश कुमार ने मोबाइल इस्तेमाल से रोक लगा दी. सीएम नीतीश कुमार इतने नाराज हो गए कि उन्होंने खुद भी मीटिंग के दौरान फोन इस्तेमाल करने से मना कर दिया और साथी मंत्रीयों को भी हिदायत दी वह भी फोन का प्रयोग न करें. बिहार के गृह सचिव को जो आदेश जारी किया है उसमें स्पष्ट लिखा है कि मीटिंग परिसर के अंदर ही मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित रहेगा.
बिहार के गृह सचिव आमिर सुबहानी ने पुलिस महानिदेशक, विकास आयुक्त, सभी मंत्रालयों के प्रधान सचिव और विभागीय सचिवों को जारी पत्र में कहा है, "हमेशा देखा जाता है कि उच्चस्तरीय बैठकों में भाग लेने वाले अधिकारीगण समय - समय पर मोबाइल फोन पर व्यस्त रहते हैं जिसके कारण बैठक संचालन में बाधा आती है".
गृह सचिव आमिर सुबहानी ने लिखा है कि इसे देखते हुए तय किया गया है कि मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री गण, मुख्य सचिव या विकास आयुक्त के स्तर पर होने वाली बैठकों में भाग लेने वाले अपना मोबाइल सभाकक्ष के भीतर नहीं ले जाएंगे.
पत्र में सभी संबंधित पक्षों से सख्ती से इस फैसले को लागू करने को कहा गया है. हांलाकि अधिकारियों ने इसका खुलकर विरोध तो नहीं किया लेकिन दबी ज़ुबान इस फेसले को बेतुका बताना शुरु कर दिया है. बिहार के कुछ लोगों का मानना है कि ये अजीबोगरीब फैसला है क्योंकि कोई विवेकशील अधिकारी गंभीर मंत्रणा के दौरान मोबाइल इस्तेमाल नहीं करता .
वहीं दो योजनाओं के आरंभ के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सांसद काल के अनुभवों को भी साझा किया . इस दौरान उन्होंने कहा कि एक वह भी दौर था कि जब हम एक दिन में 17 से 18 किमी तक वह पैदल चलते थे. उनके संसदीय क्षेत्र में भी जाता था. इसन विधानसभा क्षेत्रों में आज जैसा रोड नेटवर्क नहीं था. पैदल ही जाया जा सकता था.
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Published October 5th, 2018 at 09:37 IST