अपडेटेड 23 August 2025 at 23:49 IST
गगनयान का मानव मिशन, चंद्रयान-4, भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन... स्पेस में बजेगा भारत का डंका, सरकार ने बता दिया 2040 तक का पूरा रोडमैप
ISRO: इस खास मौके पर इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने बताया कि हम 2035 तक बीएएस (भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन) नामक एक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने जा रहे हैं, और पहला मॉड्यूल 2028 तक लॉन्च किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 2040 तक, भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम दुनिया के किसी भी अन्य अंतरिक्ष कार्यक्रम के बराबर होगा।
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ISRO: आज भारत अपना दूसरा नेशनल स्पेस डे मनाया। आज ही के दिन वर्ष 2023 में भारत ने इतिहास रचते हुए चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग कराई थी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)के द्वारा Chandrayaan 3 के लैंडर मॉड्यूल विक्रम के चंद्रमा पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग के बाद दुनिया ने भारत की अंतरिक्ष शक्ति को और वजन दी थी।
वहीं, आज दूसरे नेशनल स्पेस डे पर भारत ने अपने स्पेस के नए युग की शुरुआत की खास जानकारी दी। इसरो और केंद्र सरकार ने अपने आगामी 15 वर्षों का रोडमैप भी बता दिया है। इसमें अंतरिक्ष में भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन, गगनयान और शुक्र ऑर्बिटर मिशन (Venus Orbiter Mission) समेत अन्य जानकारियां शामिल हैं।
2035 तक होगा भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन
आज राष्ट्रीय स्पेस दिवप पर नई दिल्ली के भारत मंडपम में एक खास कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस मौके पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने चार भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों, शुभांशु शुक्ला, प्रशांत बालकृष्णन नायर, अंगद प्रताप और अजीत कृष्णन से मुलाकात की और गगनयान को लेकर खास चर्चा की। इस खास मौके पर भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन का मॉडल भी प्रदर्शित किया गया। जितेंद्र सिंह ने इस मॉडल की तस्वीर को शेयर करते हुए अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, “नई दिल्ली के भारत मंडपम में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह के प्रवेश द्वार पर भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन का मॉडल प्रदर्शित किया गया। प्रधानमंत्री @narendramodi के राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस संदेश के अनुरूप, जिसमें घोषणा की गई है कि 2035 तक भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा।”
2040 तक, भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम दुनिया के किसी भी अन्य अंतरिक्ष कार्यक्रम के बराबर होगा - इसरो प्रमुख
इस खास मौके पर इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने बताया कि हम 2035 तक बीएएस (भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन) नामक एक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने जा रहे हैं, और पहला मॉड्यूल 2028 तक लॉन्च किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 2040 तक, भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम दुनिया के किसी भी अन्य अंतरिक्ष कार्यक्रम के बराबर होगा।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, इसरो के प्रमुख वी. नारायणन कहते हैं, "... उनके (पीएम मोदी) निर्देश और दृष्टिकोण के आधार पर, हम चंद्रयान-4 मिशन शुरू करने जा रहे हैं। हम वीनस ऑर्बिटर मिशन शुरू करने जा रहे हैं। हम 2035 तक बीएएस (भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन) नामक एक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने जा रहे हैं, और पहला मॉड्यूल 2028 तक लॉन्च किया जाएगा।" उन्होंने आगे कहा, “ प्रधानमंत्री ने एनजीएल (नेक्स्ट जेनरेशन लॉन्चर) को मंजूरी दे दी है... 2040 तक, भारत चंद्रमा पर उतरेगा और हम उसे सुरक्षित वापस लाएंगे। इस प्रकार 2040 तक, भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम दुनिया के किसी भी अन्य अंतरिक्ष कार्यक्रम के बराबर होगा।”
क्या है इसरो का गगनयान मिशन?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( इसरो ) की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, गगनयान इसका एक मिशन है। इसका उद्देश्य तीन दिनों के लिए 400 किलोमीटर की कक्षा में मानव मिशन भेजकर और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाकर मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता का प्रदर्शन करना है। इस मिशन का हिस्सा शुभांशु शुक्ला, प्रशांत बालकृष्णन नायर, अंगद प्रताप और अजीत कृष्णन हैं।
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Published By : Amit Dubey
पब्लिश्ड 23 August 2025 at 23:46 IST